नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा, ‘देश में अभी 1974 जैसी कांग्रेस विरोधी लहर चल रही है। जिन लोगों ने बिहार में जनादेश के साथ विश्वासघात किया है उन्हें सबक सिखाया जाएगा।’ नीतीश मोदी के कामकाज की शैली के विरोधी है। गुजरात के मुख्यमंत्री को पार्टी की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद नीतीश की पार्टी JDU ने BJP से अपना नाता तोड़ लिया था।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी BJP की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष है। पार्टी ने जैसे ही उन्हें चुनावी अभियान की कमान सौंपी, तभी JDU ने BJP और NDA से किनारा कर लिया।
नरेन्द्र मोदी ने ऑडियो ब्रिज प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपने मोबाइल फोन के जरिये बिहार के BJP नेताओं से बातचीत की। राज्य के कुल 1500 नेताओं को चुना गया था तथा उन्हें तीन समूहों में बांटा गया था। मोदी ने प्रत्येक समूह के पांच नेताओं से बातचीत की। गुजरात के मुख्यमंत्री ने जिन नेताओं से बात की उनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, पूर्व मंत्री अश्विनी चौबे, राज्य BJP के उपाध्यक्ष संजय मयूक, विधायक नितिन नारायण एवं विजय सिंह शामिल हैं। बिहार के BJP अध्यक्ष मंगल पांडे ने मोदी से कहा कि हर कोई उनके प्रधानमंत्री बनने की संभावना के बारे में चर्चा कर रहा है।