नई दिल्ली : विश्व में ऐसा पहली बार होगा जब कोई अंतरिक्ष एजेंसी सूरज पर अपना अंतरिक्ष यान भेजेगी। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा अगले साल सूरज की ओर एक अंतरिक्षयान भेजने की तैयारी में है। अब सूरज से जुड़ी हर खूफिया जानाकरी का भी पता चल जाएगा।
सूरज के बारे में गहराई से जानने के लिए ये दुनिया का पहला मिशन होगा। नासा के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह मिशन हमारे सौरमंडल के जन्मदाता कहे जाने वाले सूरज के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। नासा ने यह भी कहा है कि सूरज पर अंतरिक्षयान के जाने से ये भी पता चल जाएगा कि सूरज किस तरह से काम करता है?
सूरज पर जाना अब तक की ये पहली ऐसी यात्रा होगी। नासा का कहना है कि अगले साल 2018 में सूरज में जाने वाला पहला अंतरिक्ष यान तैयार हो जाएगा। अंतरिक्षयान ‘पार्कर सोलर प्रोब’ सूरज की कक्षा के करीब 40 लाख मील के घेरे में प्रवेश करेगा यानी उसके सौर वातावरण तक जाएगा। इस दौरान अंतरिक्षयान जितनी गर्मी और विकिरण का सामना करेगा, आज तक किसी भी मानव द्वारा निर्मित वस्तु ने नहीं किया है।
सूरज का सबसे बाहरी हिस्सा ‘कोरोना’ किस तरह गर्म होता है और इसके पीछे की प्रक्रिया क्या है? इस बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की जाएगी। सोलर प्रोब प्लस को सूरज के ताप से बचान के लिए इसमें स्पेशल कार्बन कंपोजिट हीट शिल्ड लगाई गई है। इस हीट शिल्ड की मोटाई 11.43 सेमी है। सूरज की बाहरी कक्षा इसकी सतह के मुकाबले सैकड़ों गुना ज्यादा गर्म होती है। इसका तापमान 5 लाख डिग्री सेल्सियस या इससे भी ज्यादा हो सकता है।