नई दिल्ली : सरकार के नोटबंदी से जैसे बड़े फैसले के बाद कालेधन के खिलाफ सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। सरकारी एजेंसियां अब नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा बड़ी रकम की तस्दीक करेंगी।
सॉफ्टवेयर से दूध का दूध, पानी का पानी
इसके लिए Central Board of Direct Taxes (CBDT) ने नया सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से 9 नवंबर के बाद बैंकों में पुराने नोटों में जमा हुई बड़ी राशियों और उनके खर्च की जांच होगी। संदिग्ध लेनदेन करने वालों से पहले ई-मेल और एसएमएस के जरिये पूछताछ होगी। अगर उत्तर संतोषजनक नहीं हुआ तो उन्हें नोटिस भेजे जाएंगे।
3-4 लाख करोड़ काला धन जमा होने की आशंका
सरकारी अनुमानों के मुताबिक नोटबंदी के बाद के 50 दिनों में करीब 3-4 लाख करोड़ रुपये की काली कमाई बैंकों में जमा हुई है। इस रकम को जमा करने के लिए सहकारी बैंकों और जनधन खातों का भी इस्तेमाल किया गया है। अब आयकर विभाग ऐसे मामलों में नोटिस जारी कर रहा है जिनमें टैक्स चोरी की आशंका है। I-T विभाग बड़ी रकम जमा करवाने वालों के इनकम
टैक्स रिटर्न दस्तावेज भी खंगालेगा
इससे पहले बेनामी विनिमय कानून के तहत देशभर में 42 मामलों में 87 नोटिस जारी किये गए थे। इस कानून में भारी जुर्माना और अधिकतम सात साल के सश्रम कारावास का प्रावधान है।