NEET पेपर लीक मामले में बिहार से लेकर झारखंड में तक में एक्शन हो रहे हैं. पेपर लीक को लेकर जांच का दायरा अब बिहार से झारखंड तक जा पहुंचा है. नीट पेपर लीक मामले में झारखंड के देवघर से पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र के एम्स के सामने छापेमारी की गयी. किराए के मकान से छापेमारी कर छह आरोपितों को गिरफ्तारी के बाद EOU की टीम ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया है.
जानकारी के अनुसार इन 6 आरोपियों के बारे में ईओयू ने देवघर पुलिस को जानकारी दी थी. इन पर साइबर ठगी का आरोप था. सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए युवकों में चिंटू कुमार उर्फ सिंटू, प्रशांत कुमार, पंकु कुमार, परमजीत सिंह, बालदेव सिंह व काजू कुमार शामिल हैं. सभी देवघर के झुन्नू सिंह के घर में मकान में किराए पर रहते थे. पकड़े गए युवकों में से एक गार्ड और वर्तमान में एम्स में कार्यरत है. गॉर्ड भी नालंदा का ही रहने वाला था और इन लोगों से पहले से परिचित था. गिरफ्तार सभी आरोपी नालंदा के रहने वाले हैं. ऐसे में अब यह भी सवाल उठने लगा है कि पेपर लीक कांड मामले में नालंदा का क्या कनेक्शन है. पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड माना जाना वाला संजीव मुखिया भी नालंदा का ही रहने वाला है.
बता दें, नीट पेपर लीक मामले में यह ईओयू की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. दरअसल पेपर लीक कांड मामले से जुड़े अहम शख्स चिंटू उर्फ सिंटू कुमार को भी ईओयू ने गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार EOU ने सिंटू को देवघर से गिरफ्तार किया है. फिलहाल सिंटू से पूछताछ जारी है. पूछताछ के बाद इस मामले में अहम जानकारी हासिल होगी. जानकारी के अनुसार EOU ने कल देर रात एक बजे सिंटू को झारखंड से गिरफ्तार किया है. आज उसे पटना लाया जाएगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिंटू ने फ़ौरी तौर के पूछताछ में अपना गुनाह क़बूल किया. उसने रवि अत्री गैंग से प्रश्नपत्र और अंसर पेपर मिलने की बात स्वीकार की है. बताया जा रहा है कि उसने रवि अत्री गैंग से प्रश्नपत्र और अंसर पेपर लेने के बाद अमित आनंद और नीतीश कुमार को व्हाट्सएप के ज़रिए प्रश्नपत्र और अंसर पेपर भेजा था.