नई दिल्ली : दक्षिणी नेपाल के अनेक गांवों के भीषण आंधी-तूफान की चपेट में आने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 400 अन्य घायल हो गए। नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने तूफान में मरने वालों के प्रति दुख जताया है और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राहत और बचाव अभियानों के लिए प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार बिष्णु रिमल के अनुसार, बचाव अभियानों में तेजी लाने के लिए सैन्य बलों को भी तैनात कर दिया गया है। रिमल ने प्रांत दो के अटॉर्नी जनरल दीपेंद्र झा द्वारा बचाव अभियानों में नेपाली सैन्य बलों को तैनात करने की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वहां तत्काल दो बटालियनें तैनात कर दी गई हैं, काठमांडू में यहां मिड एयर बेस में नाइट विजन हैलीकॉप्टर्स को बचाव अभियानों के लिए तैयार रखा गया है। हमारी सुरक्षा एजेंसियां मौसम के अनुकूल होने का इंतजार कर रही हैं।”
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि यह तूफान रविवार शाम बारा तथा परसा जिलों में आया। राजधानी काठमांडू से 128 किलोमीटर दक्षिण में स्थित बारा जिले में तू्फान से 24 लोगों की और परसा जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने बताया कि घायलों का उपचार कई अस्पतालों में चल रहा है। प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने लोगों के मारे जाने की घटना पर दुख व्यक्त किया तथा मृतकों के परिजन के प्रति समवेदना व्यक्त की है। अधिकारियों ने बताया कि सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।