बजट पेश करने से पूर्व सदानंद गौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह रेलवे को राजनीति से दूर करेंगे। रेल बजट संसद में पेश करने से पूर्व रेलमंत्री सदानंद गौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि मैं अपना पहला रेल बजट पेश करने जा रहा हूं।
सदानंद गौड़ा ने की प्रमुख घोषणाएं :-
1. पीपीपी मॉडल के तहत सभी प्रमुख स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर की सुविधा।
2. सभी स्टेशनों पर पानी, टॉयलेट और शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी।
3. सभी प्रमुख स्टेशनों पर अपाहिजों और वृद्धों के लिए बैटरी से चलने वाली कारें मिलेगी।
4. वैल्यू टू टाइम के तहत ट्रेनों के अंदर वर्क स्टेशन बनाए जाएंगे।
5. रेलवे रिटायर रूम की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा सभी स्टेशनों के लिए उपलब्ध होगी।
6. कैटरिंग प्रमुख चिंता रही है। क्वालिटी और हाईजीन के लिए और वैरायटी के लिए प्री बुक्ड रैप्युटेड ब्रैंड मील, क्वालिटी ऑडिट इंश्योरेंस थर्ड पार्टी करेगी. लोगों से फीडबैक लिया जाएगा। अगर सर्विस सही नहीं मानी गई, हाईजीन और टेस्ट के मामले में. एक्शन लिया जाएगा वेंडर के खिलाफ।
7. प्रमुख स्टेशनों पर फूड कोर्ट लगाए जाएंगे।
8. रीजनल कुजीन पर ईमेल और एसएमएस के जरिए ट्रेन से खाना ऑर्डर कर सकते हैं।
9. आरओ ड्रिंकिंग वॉटर यूनिट स्टेशन और ट्रेन में भी लगाए जाएंगे।
10. ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन, इंटरनेट के जरिए प्लेटफॉर्म और पार्किंग कम प्लेटफॉर्म टिकट मिलेंगे।
11. कुछ रेलगाड़ियों और कुछ स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा।
12. पहले से पके हुए और खाने के लिए तैयार भोजन की व्यवस्था।
13. क्षेत्रीय स्वाद के लिए प्रमुख स्टेशनों पर फूड कोर्ट की सुविधा। नई दिल्ली-अमृतसर और नई दिल्ली-जम्मू तवी मार्ग पर पायलट परियोजना।
रेल बजट पर नरेन्द्र मोदी की प्रतिक्रया : –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्री सदानंद गौड़ा के रेल बजट पेश करने के तुरंत बाद मीडिया के सामने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह रेल बजट देश को गति, रेलवे को गति, नागरिकों को सुरक्षा और सुविधा देने वाला सिद्ध होगा. रेलवे सिर्फ यातायात का साधन नहीं देश का ग्रोथ इंजन है।
उन्होंने कहा, ‘एक लंबे अनुभव के बाद देश अनुभव करेगा कि सच्चे अर्थों में हमारा रेलवे भारतीय रेलवे है। पिछले कुछ दशकों से एक बिखराव महसूस होता था. टुकड़ों में सोचा जाता था। पहली बार समग्रता भारत के विकास को ध्यान में रखते हुए रेलवे बजट में बल दिया गया है। 21वीं सदी का भारत इस आधुनिक रेल बजट में दिखाई जाती है। विज्ञान और टेक्नॉलजी का भरपूर उपयोग है। रेलवे में एडहॉकिज्म नहीं चल सकता। हर प्रकार के निर्णय के लिए इंस्टीट्यूशन मैकेनिज्म होना जरूरी है। बजट इसी पर बल देता है।
उन्होंने कहा, ‘चारों तरफ करप्शन के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। ये बजट ईमानदारी को, पारदर्शिता को बल देता है। रेलवे का विस्तार भी हो और विकास भी। यात्रियों की संख्या और सुरक्षा दोनों बढ़ें। रेलवे सिर्फ यातायात का साधन नहीं देश का ग्रोथ इंजन है। ये रेल बजट इस बात को सिद्ध करेगा कि देश के विकास में रेलवे अहम भूमिका निभाता है। आजादी के बाद हमने रेलवे पर बल दिया होता तो आज ये विकास में सहायक होता. देर आयत दुरुस्त आयद। हमने 2014 से विकास की इस गति को आरंभ किया है। मुझे यकीन है कि लोगों को अब रेल यात्रा में सुखद अनुभव होगा।
मोदी ने कहा, ‘भारत में रेलवे विकास के कुछ नए आयामों को भी बल दिया गया है। 125 करोड़ का देश यात्रियों का देश है। भिन्न भिन्न संप्रदाय यात्रा करने के आदी हैं। उनके लिए विशिष्ट व्यवस्थाओं की जरूरतों को रेलवे पूरा करने जा रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था का युग है। विश्व व्यापार के लिए हमने जो नए फैसले लिए हैं, वे मददगार होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ये रेल बजट अंतरिम बजट के बाद का बजट है। कम समय है। लेकिन जो इनीशिएटिव लिए गए हैं, वे हमारे विजन और नीयत को दिखाते हैं। ये दिखाते हैं कि हम रेल और देश को कहां ले जाना चाहते हैं।