राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दक्षिण भारत के 19 ठिकानों पर छापेमारी की है. इसके साथ-साथ महाराष्ट्र के अमरावती जिले में भी एनआईए ने छापेमारी की है. एनआईए की तरफ से ये कार्रवाई कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी समूह का भंडोफोड़ करके की गई. छापेमारी की शुरुआत सोमवार (18 दिसंबर) सुबह से ही हो गई. आतंकवाद रोधी एजेंसी ने राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर छापेमारी की है. पिछले कुछ महीनों में एनआईए ने बड़े पैमाने पर जिहादी ग्रुप्स के खिलाफ कार्रवाई की है.
एनआईए की टीम के जरिए अमरावती जिले के अचलपुर में छापेमारी की गई है. टीम ने अचलपुर के एक संदिग्ध छात्र को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. हिरासत में लिया गया युवक अचलपुर के एक स्थानीय कॉलेज का छात्र है. सूत्रों के मुताबिक सोशल मीडिया खासतौर पर व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए छात्र जिहादी संगठनों के संपर्क में था. उक्त छात्र के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका पर एनआईए की एक टीम आज सुबह 4 बजे स्थानीय एटीएस और जिला पुलिस की टीम के साथ अचलपुर में पहुचीं.
भारत-विरोधी गतिविधियों में जुटे थे जिहादी ग्रुप्स
अचलपुर के अकबरी चौक बियाबानी गली में युवक को हिरासत में लिया गया और वहीं पूछताछ की जा रही है. 15 गाड़ियों के काफिले के साथ एनआईए की टीम बियाबानी गली में पहुची थी. एनआईए की तरफ से जिन जगहों पर छापेमारी की गई है. उनमें से ज्यादातर जिहाई ग्रुप्स से जुड़े हुए संदिग्धों के हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जांच एजेंसी को इनपुट मिला था कि आतंकी समूह भारत-विरोधी गतिविधियों में जुटे हुए थे और उन्होंने हमला करने की योजना भी बनाई थी. साथ ही युवाओं की भर्ती में भी शामिल थे.
एनआईए की तरफ से ये छापेमारी ऐसे समय पर की गई है, जब लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादी के जरिए कैदियों को कट्टरपंथी बनाने से जुड़े हुए मामले में एनआईए ने बेंगलुरू, कर्नाटक में कई लोकेशन पर छापेमारी की थी. मामले में एनआईए की जारी जांच के तहत 13 दिसंबर को चार आरोपियों के घरों सहित कुल छह स्थानों की बड़े पैमाने पर तलाशी ली गई. इनमें से एक आरोपी अभी भी फरार है.