हालांकि इस मामले में कांग्रेस और एनसीपी की जांच की मांग को गृहमंत्रालय ने इनकार कर दिया है। गृहराज्यमंत्री किरेन रिजिजु ने कहा कि गडकरी खुद इसे अटकल बता चुके हैं तो हम इसमें दखल कैसे दे सकते हैं।
इससे पहले एनसीपी ने इस मामले को संसद में उठाने की बात कही है, हालांकि नितिन गडकरी ने इस तरह की किसी बात से इनकार किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मीडिया के एक सेक्शन में चल रही मेरे आवास की जासूसी और वहां से कुछ उपकरण बरामद होने की खबर सरासर गलत है। कोई मेरी जासूसी नहीं कर रहा है।
वहीं सोनिया गांधी की इफ्तार पार्टी के दौरान मनमोहन सिंह ने भी इसे एक गंभीर मामला बताया। उन्होंने कहा, अगर एक मंत्री के घर की जासूसी हो रही है तो यह सही लक्षण नहीं है। इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने इसके पीछे यूपीए सरकार का हाथ बताया है वहीं वामपंथी दलों समेत कई दलों ने इस मामले में सरकार से सफाई मांगी है।