17 साल के अपने सहयोगी BJP से नाता तोड़ने के बाद बुधवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के दौरान नीतीश ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी पर कई कटाक्ष किया और कहा कि यह किस तरह का विकास है कि विकसित राज्य की न्यूनतम मजदूरी विकासशील राज्य से कम है। उन्होंने कहाए हमने कहा कि देश का नेतृत्व ऐसे लोगों के हाथों में होना चाहिए, जो सभी वर्गों को एक सामान साथ लेकर आगे बढ़ सके।
इसी दौरान नीतीश ने कोसी आपदा का भी जिक्र किया, जिस दौरान नरेंद्र मोदी ने सहायता राशि भेजी थी और उसे नीतीश ने वापस कर दिया था। उन्होंने कहाए 2010 में मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार था। आपदाग्रस्त राज्य को मदद करने की हमारे यहां की परंपरा रही है, लेकिन जिस तरह उन्होंने विज्ञापन देकर उसे भुनायाए वो सब अनुचित था।
मोदी का नाम लिए बगैर नीतीश ने कहा, ‘2005 में नया बिहार का नारा दिया गया था । वह नारा मेरे नाम को जोड़कर दिया गया था। उस समय BJP ने उन्हें (नरेंद्र मोदी) क्यों नहीं बुलाया । 2009 में क्यों नहीं बुलाया गया। BJP पर कटाक्ष करते हुए नीतीश ने कहा कि ‘विश्वासघात दिवस’ मनाने के दौरान जिस तरह का व्यवहार किया गयाए उससे तो यही लगा कि चलो अच्छा हुआ जो हम अलग हो गए।