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नीतीश कुमार का नरेंद्र मोदी पर वार

modi nitishनरेंद्र मोदी की पटना हुंकार रैली में हुए सीरियल ब्लास्ट पर अब सिसायत शुरू हो गई है। बीजेपी ने मोदी के कट्टर प्रतिद्वंद्वी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव रामेश्वर चौरसिया और बिहार के सीनियर नेता गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया है कि पटना ब्लास्ट के मास्टरमाइंड और 10 लाख रुपये का इनामी आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का नीतीश की पार्टी जेडी (यू) से कनेक्शन है।

उधर नितीश कुमार भी नरेन्द्र मोरी पर वार करने से नहीं चुके हैं नरेंद्र मोदी में धैर्य नहीं है, उतावले हैं, झूठी कहानियां सुनाते हैं, मीठा खाते हैं पर सिर्फ कड़वी बातें करते हैं। कुछ इस अंदाज में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार पर हमला बोला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने।
नीतीश कुमार ने अपने ज्ञान के आधार पर भी मोदी पर हमला किया। नरेंद्र मोदी के भाषण की कुछ जानकारियों को भी नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से बिंदुवार उजागर किया।

एक बार फिर पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी पर नीतीश कुमार ने बोला कि पीएम बनने का उनका सपना, सपना ही रहेगा। नीतीश कुमार ने मोदी की रैली में हुए आतंकी हमले की घोर निंदा की।

उनका कहना है कि घटना के तुरंत बाद हमने एनआईए से जांच का आग्रह किया। उन्होंने बिहार की पुलिस की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उन्होंने तुरंत एक आदमी को भागते हुए पकड़ लिया जिसके बाद एक के बाद एक गिरफ्तारियां संभव बन रही हैं। जांच प्रगति पर है।

उन्होंने कहा, गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी ने बिहार का इतिहास ही बदल डाला। पाकिस्तान के तक्षशिला विश्वविद्यालय को बिहार का बता डाला. सिकंदर को गंगा नदी तक पहुंचा दिया, जबकि वह सतलज नदी तक भी पहुंच नहीं सका था। चंद्रगुप्त मौर्य को गुप्त वंश का बता दिया।  नीतीश कुमार ने कहा, ‘बीजेपी के पीएम उम्मीदवार में धैर्य की कमी है। पीएम पद के लिए उतावलापन दिखता है पर देश के सबसे बड़े पद पर बैठने वाले शख्स में ऐसा नहीं होना चाहिए।

मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने सुना है कि देश में गुजरात में आइसक्रीम की सबसे ज्यादा खपत होती है। इतना मीठा खाते हैं, फिर भी बातें कड़वी ही करते हैं। इस देश में गैर-कांग्रेस वाद को बीजेपी ने कमजोर किया। बीजेपी अपने लक्ष्य से भटक गई। हमारे साथ विश्वास घात किया। गठबंधन तोड़ दिया और हमें ही कोसते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने कब जयप्रकाश नारायण का साथ छोड़ा। सिर्फ तुकबंदी करनी थी तो बोल दिया कि जिसने जेपी को छोड़ा उसने बीजेपी को छोड़ दिया। हमने कब राम मनोहर लोहिया की पीठ में छुरा घोंपा। बस झूठी कहानियां सुनाते हैं।

गौरतलब है कि, करीब महीने भर पहले NIA की टीम बिहार के समस्तीपुर में उसके घर पर पूछताछ के लिए भी गई थी। ध्यान रहे कि इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी यासीन भटकल जब बिहार-नेपाल बॉर्डर से पकड़ा गया था, तब आरोप लगे थे कि बिहार पुलिस को नीतीश ने पूछताछ तक नहीं करने दी थी। बोधगया सीरियल ब्लास्ट के बाद यासीन भटकल पकड़ा गया था।

पटना के सीरियल ब्लास्ट को लेकर नीतीश चौतरफा घिरे हैं। उन्होंने कहा था कि इस संबंध में खुफिया एजेंसियों की ओर से कोई सूचना नहीं मिली थी। नीतीश कुमार के पूर्व सूचना न मिलने के दावे को सिरे से खारिज करते हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो ने मोदी की हुंकार रैली पर हमले के अलर्ट वाला पत्र जारी कर दिया। यह अलर्ट 23 अक्टूबर को जारी किया गया था। इसके बाद बीजेपी नेता अरुण जेटली ने नीतीश कुमार को आतंकवाद और सुरक्षा के प्रति नरम करार देते हुए वोट बैंक की राजनीति का आरोप जड़ दिया।