यदि आप अपने बच्चों को यूपी के डिग्री कॉलेज में दाखिला दिलाना चाहते हैं तो ध्यान रहे कि आप अपने बच्चे का आधार कार्ड जरुर बनवाएं। अगर यह कार्ड नहीं बना तो टॉपर होकर भी कॉलेज प्रशासन आपके बच्चे को दाखिला नहीं दे पायेगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शासनादेश जारी कर दिया है। डिग्री कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों के लिए आधार कार्ड जरूरी कर दिया गया है। सरकार ने कार्ड बनाने के लिए कॉलेजों को शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं।
अलीगढ़ और आगरा मंडलों के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी चमन लाल ने सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को इस बारे में पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि जिन छात्र-छात्राओं के अभी तक आधार कार्ड नहीं बने हैं, उन्हें फरवरी के आखिरी हफ्ते तक जरूर बनवा लें। इस सत्र से किसी भी उच्च शैक्षिक संस्थान में बगैर आधार कार्ड के प्रवेश नहीं मिलेगा। बगैर आधार कार्ड के शासन की किसी भी योजना का लाभ भी हासिल नहीं होगा।
वहीँ आधार कार्ड अनिवार्य करने से कॉलेज प्रबंधकों की नींद उड़ी हुई है। वजह यह कि सरकार ने कॉलेजों में विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। अलीगढ़ के डीएस कॉलेज में होली से पूर्व ही आधार कैंप लगाने की तैयारी है। डीएस कॉलेज में 6000 विद्यार्थी पढ़ते हैं। 5000 क्षमता वाले एसवी कॉलेज में कैंप के लिए एजेंसियों से संपर्क साधा जा रहा है।
अलीगढ़ व आगरा के क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी चमन लाल का कहना है कि शासन ने सभी जिलों के डीएम को आदेश भेजा है। उसी आधार पर मैंने आगरा-अलीगढ़ मंडल के महाविद्यालयों को पत्र लिखा है। कॉलेजों को कैंप लगाने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि सबके आधार कार्ड बन सकें। सरकार की योजनाओं का लाभ बिना आधार कार्ड के नहीं मिलेगा।
दरअसल, दाखिलों को आधार कार्ड से जोडऩे के पीछे मुख्य कारण पारदर्शिता ही है। हर साल कई तमाम मामले सामने आते हैं, जिनमें छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति में गड़बड़ी के आरोप लगते हैं। इससे मेधावी बच्चों के हक मारे जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया की शुरुआत से आधार कार्ड को भ्रष्टाचार मिटाने का आधार बनाया गया है। फिर, जिस तरह गैस सब्सिडी सीधे ग्राहकों के खाते में पहुंच रही है, विद्यार्थियों को भी लाभ सीधे मिलेंगे।