दरअसल, रविवार सुबह खबर आई कि दिल्ली में चुनाव टालने और बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस ने AAP को समर्थन का प्रस्ताव दिया है। फिर से सरकार बनाने की मांग AAP के भीतर उठ रही है। पार्टी के कुछ विधायकों ने शनिवार को बीजेपी या कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली में एक बार फिर से सरकार बनाने का सुझाव दिया।
हालांकि बाद में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने इन खबरों का खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कोई समर्थन प्रस्ताव नहीं भेजा है और न ही पार्टी में इस विषय पर कोई चर्चा हो रही है।
AAP के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ पार्टी विधायक राजेश गर्ग ने फरवरी में 49 दिन में सरकार से इस्तीफा देने के अरविंद केजरीवाल के फैसले को लोकसभा चुनावों में आप के खराब प्रदर्शन की मुख्य वजह बताते हुए यह विचार रखा। माना जा रहा है कि रोहिणी के विधायक ने कहा कि पार्टी को सरकार बनाने पर विचार करना चाहिए ताकि जनता को इस फैसले से लाभ मिले।
दिल्ली में अभी राष्ट्रपति शासन लागू है और किसी के सरकार न बनाने की स्थिति में बहुत जल्द यहां चुनाव होंगे। केंद्र में प्रचंड बहुमत लेने के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद हैं और वह जल्द से जल्द चुनाव करवाना चाहेगी।