नई दिल्ली: अब डाकिया डाक ही नहीं लाएगाबल्कि दाल भी लाएगा। केंद्र सरकार ने इस त्योहार के मौसम में लोगों को सही दामो में दाल उपलब्ध कराने के लिए डाक नेटवर्क के माध्यम से रियायती दालों को वितरित करने का फैसला किया है। इसके तहत अब गंगा जल की तर्ज पर डाकघर के मार्फत लोगों को सस्ती दालें मुहैया कराई जाएंगी। अंतर मंत्रालयी समिति की बैठक में चना व चना दाल की महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने खुले बाजार में अतिरिक्त चना बेचने का भी फैसला किया है।
गंगा जल के बाद दाल भेजेंगे
महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए गठित अंतर मंत्रालयी समिति की बैठक में दालों के वितरण को सहज बनाने का फैसला किया गया है। इसमें पोस्ट ऑफिस के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म का उपयोग किया जाएगा। इसी के तहत घर बैठे गंगा जल मंगाया जा सकता है। इस सुविधा का प्रदर्शन अच्छा रहा है।
इस पोर्टल का उपयोग उपभोक्ताओं तक दाल पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है। समीक्षा बैठक में यह कहा गया कि इसके लिए संचार मंत्रालय से जल्दी ही विचार-विमर्श किया जाएगा ताकि इसकी शुरुआत जल्द से जल्द की जा सके। दालों के पैकेट संबंधित उपभोक्ताओं को उनके बताये पते पर कोरियर की तरह भेजा जाएगा।
चने के जमाखोरों पर सख्ती होगी
त्योहार सीजन शुरू होने के साथ ही बाजार में चना के मूल्य में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस पर नियंत्रण पाने के लिए सचिवों की समिति ने बफर स्टॉक से अतिरिक्त चना बाजार में बेचने का फैसला किया है। साथ ही बाजार में चना के मूल्य को हवा देने वाले सटोरियों पर शिकंजा भी कसने का फैसला किया गया है। राज्य सरकारों को इस बावत आगाह कर दिया गया है।
दालें उठाने में राज्यों की बेरुखी
अंतर मंत्रालयी समिति की शुक्रवार को हुई बैठक अध्यक्षता उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव हेम पांडे ने की। समिति ने सभी आवश्यक जिंसों के बढ़ते मूल्य की गहन समीक्षा करते हुए मांग व आपूर्ति की जानकारी ली।
बैठक में कहा गया कि राज्य सरकारें मूल्य रोकने के लिए बफर स्टॉक से दालें उठाने में आनाकानी कर रही हैं। कई राज्यों के पास गोदाम, दाल मिलें और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। इसे देखते हुए केंद्र ने संचार मंत्रालय से बातचीत कर पोस्ट आफिस के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म का उपयोग करने का फैसला कर लिया है।