नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग हुई और आज वोटों की गिनती के बाद रिजल्ट के घोषणा का दिन था। लेकिन ईवीएम मशीन खराब होने के चलते आज वोटों की गिनती रूक गई। अब अगली तारीख का ऐलान किया जायेगा।
बता दें कि मतगणना के दौरान शुरुआती रुझानों शुरुआती रुझानों अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अंकिव बसोया और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के सनी छिल्लर के बीच कड़ी टक्कर रही। जबकि बाकि उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पर एबीवीपी के उम्मीदवार आगे निकले। छात्रसंघ चुनाव में 6 ईवीएम मशीने खराब होने की वजह से गिनती की प्रक्रिया को रोक दिया गया। अब अगली तारीख का ऐलान किया जायेगा। आज कई बार मशीन में खराबी की शिकायत आई थी, जिसके बाद कई बार गिनती को रोकना पड़ा।
वहीं मतगणना रूकने के खबर से गुस्साए छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान काउंटिंग सेंटर के अंदर तोड़फोड़ भी की गई। आपको बता दें कि चुनावी मैदान में उतरे 23 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना था, लेकिन खराब ईवीएम के कारण टल गया। आपको बता दें कि इस बार चुनावों में शाम साढ़े सात बजे तक करीब 44.46 प्रतिशत ही मतदान हुआ। मतगणना के मद्देनजर नॉर्थ कैम्पस में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। दरअसल, छात्रसंघ चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन यानी एनएसयूआई, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी के प्रत्याशी मैदान में हैं।
ये हैं छात्र सगंठनों के चुनावी वादे- छात्र युवा संघर्ष समिति ने वामपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ यानी आइसा के साथ गठबंधन किया है। इस चुनाव को लेकर एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय को ‘‘उत्कृष्टता संस्थान’’ का दर्जा दिलाने और दस रुपये की थाली का वादा किया है जबकि एबीवीपी ने छात्र संघ का 50 फीसदी बजट महिलाओं और सामाजिक न्याय संबंधित गतिविधियों पर खर्च करने और खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ कॉलेज परिसरों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनें लगाने का वादा किया है। इसके अलावा, छात्र संगठनों ने कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, परिसर में पुलिस बूथ लगाने, गुंडागर्दी की संस्कृति को खत्म करने और शिक्षा के व्यावसायीकरण का विरोध करने का वादा किया है। मतदान के नतीजे कुछ ही घंटों बाद साफ हो जायेंगे।