वाशिंगटन: उरी आतंकी हमला के बाद से ही पूरी दुनिया पाकिस्तान की आलोचना कर रही है। इतना ही नहीं सब चाहते हैं कि पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित किया जाए। अगले महीने पाक में होने वाले सार्क सम्मेलन को भी रद्द कर दिया गया। क्योंकि भारत के साथ साथ कई और देशों ने उसका बहिष्कार किया था। अब अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सूसन राइस से भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल को फोन करवाया और पाकिस्तान से आतंक के खिलाफ लड़ने की बात की।
उन्होंने बातचीत में उरी आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि व्हाइट हाउस को पाकिस्तान की ओर से ‘यूएन द्वारा चिह्नित आतंकवादी गुटों से लड़ने और उन्हें अवैध घोषित करने की दिशा में प्रभावी कदम’ उठाए जाने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर भारत के साथ मिलकर अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है।
इतना ही नहीं अमेरिकी विदेश सचिव जॉन कैरी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की है। आतंकवाद पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है। उरी में हुए हमले को लेकर अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। पाकिस्तान पर चारो ओर से हमले तेज हो गए हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
उरी आतंकी हमले में 19 भारतीय जवान हुए थे शहीद
गौरतलब है कि 18 सितंबर को सीमा पार से आए चार पाकिस्तानी आतंकियों ने आर्मी बेस पर हमला कर दिया था। उन्होंने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग की और ग्रेनेड फेंके। इन चारों आतंकवादियों को तीन घंटे की भीषण मुठभेड़ के बाद मार गिराया गया था। इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने उरी हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है और सोमवार को सरकार ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिश करने का फैसला किया है।