समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ने कहा कि साल 2015 के अंत तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या आधी हो जाएगी और 2016 तक दूतावास के लिए आवश्यक सैनिक ही तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के पास दो छोटे अभियान-अफगानिस्तानी सेना को प्रशिक्षण देना और अलकायदा के खिलाफ अभियान में सहयोग देना होगा।
ओबामा ने कहा, हम अमेरिकी जनता की अपेक्षाओं के विपरीत अफगानिस्तान में काफी रह चुके हैं। अब हम अपने शुरू किए अभियान को समाप्त कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान पूरी तरह आतंकवाद मुक्त नहीं बन सकता और इसे ऐसा बनाने की जिम्मेदारी अमेरिका की नहीं है।