कन्नौज के कोतवाली थाना अंतर्गत मझौली गाँव का हरी राम आगरा में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। दो साल पहले हरिराम की पत्नी ने इनका साथ छोड़ भगवान् के घर जा चुकी है, अब इस गाँव में हरिराम की तीन बेटियाँ और एक बेटा रहता है। हरिराम के अनुसार पिछले महीने 26 जून को उसकी बेटी अर्चना जब घर के बाहर खड़ी थी, उसी समय उसी गाँव के दबंग और अपराधी किस्म के दो युवक आये और उसकी बेटी को पुरे गाँव के सामने उठा कर ले के चले गए। अर्चना की भाभी चीखती रही लोगो से मदद की गुहार लगाती रही, मगर दबंगों के भय से कोई भी गाँव वाले ने उसकी मदद नहीं की, तब अर्चना की भाभी ने तुरंत इसकी सूचना अपने ससुर हरिराम को दीए जिसकी सूचना पर हरिराम तुरंत कन्नौज आ गया।
हरिराम ने इसकी सूचना तुरंत थाणे में दी, मगर पुलिस ने टरका दियाए तब हरीराम ने किसी तरह पुलिस पर दबाव डलवाया तो पुलिस ने अर्चना की रिपोर्ट गुमशुदगी में दर्ज कर ली, और अर्चना की बरामदगी का आश्वासन देकर एक बार फिर टरका दिया। सोमवार को एक महिना पूरा हो गया और अब एक बाप की आस भी टूटती जा रही है। अब कन्नौज के आलाधिकारियो के चौखट पर माथा रगड़ रहा है। मगर पुलिस वालो का दिल पसीजने का नाम ही नहीं ले रहा हैए अब तो अर्चना के पिता हरिराम को अपने बेटी का मर्डर होने का डर सताने लगा है।
अर्चना की भाभी रानी की माने तो अर्चना अभी नाबालिक है, और वो क्लास 6 में अभी पढ़ रही है। मगर पुलिस उसे बालिग बता रही है, और कार्यवाही के नाम पर बहाने बना रही है। गाँव के सभी लोग अर्चना को उठाकर ले जाते देखा है। मगर उनके दहशत के आगे कोई कूचा बोलने को तैयार नहीं है, सोमवार को जब इसकी भनक मीडिया को लगी तो पुलिस हरकत में आई।
कन्नौज के अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द्र शाक्य ने कहा कि इनकी शिकायत मैंने सुन ली है, और पुलिस जल्द उसे बरामद कर लेगी, मगर हरिराम को अब पुलिस पर भरोषा नहीं है। इसलिए हरिराम अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।