नई दिल्ली : चीन ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया है। पाक के ग्वादर पोर्ट पर 14 हजार करोड़ में तैयार होने वाला लिक्विफाइड नैचुरल गैस टर्मिनल बनाने से मना कर दिया है। इस बारे में चीन का कहना है कि वह बाकी चीजों से दूर रहेगा लेकिन इंजीनियरिंग जैसे इंतजामों में मदद कर देगा।
एक पाकिस्तानी अधिकारी के मुताबिक, हमने चीन को ग्वादर पोर्ट पर गैस टर्मिनल को चलाने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन अब पाकिस्तान ही टर्मिनल बनाएगा और ऑपरेट करेगा। चीन इसमें मदद करेगा लेकिन सिर्फ कंस्ट्रक्शन से सम्बंधित कार्यों में। ग्वादर पोर्ट पर पाकिस्तान दो जेट की तैनाती भी करेगा।
पाक अफसर ने बताया, दो तैरते एलएनजी टर्मिनल कम लागत में ग्वादर पोर्ट पर बनाए जाएंगे। इससे रोज 1.2 बिलियन क्यूबिक फीट गैस रोजाना (बीसीएफडी) इम्पोर्ट की जा सकेगी। फिलहाल, पाक की पेट्रोलियम मिनिस्ट्री प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इसे जल्द ही योजना आयोग के पास भेजा जाएगा।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस कॉरिडोर के तहत आने वाले काराकोरम हाईवे की सिक्योरिटी के लिए तैनात की जाएगी। फिलहाल, पाकिस्तान ने 3 इंडिपेंडेंट इन्फैंट्री ब्रिगेड और 2 रेजिमेंट्स को इस हाईवे की सिक्योरिटी के लिए तैनात किया है।
बता दें कि पाक के ग्वादर पोर्ट से ही चीन के शिनजियांग तक 46 बिलियन डॉलर का इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाया जा रहा है। पाकिस्तान आरोप लगाता रहा है कि भारत कॉरिडोर बनाने में मुश्किलें खड़ी कर रहा है। पिछले दिनों पाक आर्मी चीफ राहिल शरीफ ने कहा था कि भारत इसके लिए सबसे बड़ा चैलेंज है।