नई दिल्ली: मुंबई हमले के मास्टर माइंड जकीउर रहमान लखवी को आतंकवाद के खिलाफ सुनवाई कर रही पाकिस्तान की एक अदालत ने आज जमानत दे दी है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक अदालत ने लखवी को जमानत 5 लाख रुपये की गारंटी पर दी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2009 में लश्कर-ए-तय्यबा के कमांडर लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, सादिक, साहिद जमील रियाज, मजील अहमद और युनुस अंजुम को मुंबई हमले में आरोपी बनाए जाने पर गिरफ्तार किया गया था। जिसमें 166 नागरिकों की मौत हो गई थी और 300 लोग जख्मी हुए थे।
वहीँ लखवी की जमानत पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत ने कहा है कि उसको एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित व्यक्ति को जमानत पर रिहा किया जाना किसी सूरत से स्वीकार नहीं है। भारत ने पाक से अपील की है कि वह इस फैसले पर विचार कर इसको पलटने की कवायद शुरू करे।
लखवी को जमानत देने की खबर मीडिया में आने के बाद भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा है कि लखवी को जमानत देने से साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान ने कुछ नहीं सीखा है। वहीं कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने कहा कि एक आतंकी को पाक कोर्ट द्वारा जमानत देना उनके लिए बेहद आश्चर्यजनक है।
26/11 मामले में सात आरोपी बनाए गए हैं। इनके ऊपर हमले की साजिश रचने और हमला कराने के आरोप हैं। इन आतंकियों की गिरफ्तारी ने माना था कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी।
गौरतलब है कि मुंबई हमले में शामिल एकमात्र जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को महाराष्ट्र की जेल में फांसी दे दी गई थी। भारत हमेशा से ही यह मांग करता रहा है कि पाकिस्तान इस हमले के दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच करे और दोषियों को सजा दे।