नई दिल्ली : पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि हालिया घटनाक्रम से यह तथ्य सामने आया है कि भारत-पाकिस्तान संबंधों के लिए संवादहीनता “खतरनाक शून्य और गंभीर जोखिम” पैदा करती है। इसके साथ पाकिस्तान ने उम्मीद जतायी कि लंबे समय से ठण्डे पड़े रिश्तों में जल्द ही गर्माहट आएगी।
भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस की पूर्वसंध्या पर एक समारोह में कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की रिहाई, दोनों उच्चायुक्तों की अपने अपने मिशनों में वापसी और करतारपुर गलियारे पर द्विपक्षीय बातचीत सकारात्मक दिशा में कदम हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व में उठाए गए प्रतिरोधी कदम कारगर नहीं रहे और भविष्य में भी काम नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि आपसी समझ बढ़ाने, परस्पर चिंताओं का समाधान करने और जम्मू-कश्मीर सहित लंबे समय से चले आ रहे विवादों को सुलझाने के लिए कूटनीति और बातचीत अपरिहार्य हैं।
पाकिस्तानी दूत ने यह दावा भी किया कि आतंकवाद के खिलाफ संषर्घ में, उनके देश में एक कठिन दौर के बाद स्थिति सुधरी है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में वास्तविक परिवर्तन हो रहा है। उनकी टिप्पणी पाकिस्तान पर अपनी धरती से संचालित होने वाले आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए वैश्विक समुदाय के बढ़ते दबाव के बीच आयी है। उन्होंने कहा कि संप्रभु समानता, परस्पर सम्मान और परस्पर हितों पर आधारित रिश्ते शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ गारंटी हैं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बीते 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक काफिले पर आत्मघाती आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद जिसका सरगना मसूद अजहर है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस घटना के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में काफी तनाव आ गया।