कराची : पाकिस्तान के जाने-माने जियो न्यूज के संपादक वरिष्ठ टीवी पत्रकार हामिद मीर को शनिवार शाम को जानलेवा हमला किया गया। यहां कार्यालय जाते वक्त एक पुल के पास चार बंदूकधारियों ने गोलियां मार दीं। मीर को तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।
सूत्रों के मुताबिक़ बाइकसवार हमलावरों ने मीर की कार पर गोलियां दागीं। मीर (47) को कराची हवाई अड्डे से निकलकर अपने दफ्तर जाते वक्त नाथ खान पुल के पास गोलियां मारी गईं, जिससे उनके शरीर के निचले हिस्से में तीन छर्रे लगे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उनका ऑपरेशन किया गया। मीर का ऑपरेशन किया गया है, उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मीर को तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।
पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक हामिद मीर की कार कराची एयरपोर्ट से निकलकर जैसे ही कुछ ही आगे एक फ्लाईओवर के पास पहुंची, वहां घात लगाए बैठे हमलावरों ने उनकी कार पर गोलीबारी शुरू कर दी। हामिद मीर कार की पिछली सीट पर बैठे थे। उन्हें निशाना बनाते हुए तीन से चार गोलियां दागी गईं। इस बीच मीर के ड्राइवर ने बहादुरी दिखाते हुए कार भगा दी। जियो न्यूज ने खबर दी कि बाइक और कार पर बैठकर आए हमलावरों ने उनका पीछा किया। चालक वाहन को सीधे अस्पताल ले गया। यह घटना शाम साढ़े पांच बजे यहां हुई और मीर को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जियो न्यूज के इस्लामाबाद के ब्यूरो प्रमुख राणा जावेद ने कहा कि मीर ने हमले के बाद उनसे कहा कि बंदूकधारी उनका पीछा कर रहे थे और उन्होंने कार पर गोलियां चलाईं। एक लोकप्रिय समाचार एंकर, आतंकवाद विशेषज्ञ और सुरक्षा विश्लेषक मीर फिलहाल राजनीतिक टाक शो ‘कैपिटल टाक आन जियो टीवी’ की मेजबानी करते हैं। गौरतलब है कि नवंबर 2012 में उनकी कार से एक बम बरामद हुआ था। माना जाता है कि यह बम पाकिस्तानी तालिबान ने रखवाया था। वहीं पिछले महीने वरिष्ठ विश्लेषक रजा रूमी पर लाहौर में गोली चलाई गई थी जिससे उनके चालक की मौत हो गई थी।
मीडियाकर्मियों की सुरक्षा का मुद्दा ‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मुलाकात के दौरान उठाया था और प्रधानमंत्री ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने का वादा किया था। राजनीतिक दलों ने इस हमले की निंदा की।