पप्पू यादव पर शिकंजा कसा, किडनैपिंग के पुराने मामले में होगी गिरफ्तारी

पटना : पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। मंगलवार सुबह पीएमसीएच के कोविड वार्ड में जाने के बाद पटना में मंदिरी स्थित आवास से पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उन पर बगैर अनुमति के घूमने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। अब पप्पू यादव को किडनैपिंग के पुराने मामले में गिरफ्तार करने की तैयारी है।

पप्पू यादव को किडनैपिंग के पुराने मामले में मधेपुरा पुलिस गिरफ्तार करेगी। मधेपुरा में 89 में हुए अपहरण के मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए मधेपुरा पुलिस पटना पहुंच गई है। मधेपुरा में पप्पू यादव पर वारंट निकला था। मधेपुरा पुलिस ने पटना पुलिस से गिरफ्तारी में मदद मांगी थी। मंगलवार की दोपहर बाद मधेपुरा से डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम पप्पू यादव को ले जाने पटना पहुंची गई है। कागजी कार्यवाही की जा रही है।

पप्पू की गिरफ्तारी के बाद सियासी उबाल, नीतीश पर निशाना
बिहार के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर बिहार में सियासी उबाल देखने को मिल रहा है। कोई इनकी गिरफ्तारी का विरोध कर रहा है तो कोई इनके समर्थन में सड़क पर उतर आया है। इस बीच अपनी गिरफ्तारी पर पप्पू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा है कि नीतीश सरकार उन्हें कोरोना पॉजिटिव कर मरवाना चाहती है।

गिरफ्तारी के बाद जाप प्रमुख पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘नीतीश जी प्रणाम, धैर्य की परीक्षा न लें। अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा। मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है। तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं। अभी मेरा टेस्ट हुआ, कोरोना निगेटिव आया। आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं।’

उन्होंने एक और ट्वीट कर कहा, ‘सरकारों को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए तो पप्पू यादव से लड़ रहे हैं। हमारे साथ सेवा में, मदद में, जिंदगी बचाने में प्रतिस्पर्धा करो न! फंसाने और जेल भेजने की साजिश में समय जाया क्यों कर रहे हो? पूरे बिहार में मामला खोज रहे हैं, कैसे फंसाकर अपनी नाकामी छुपाएं’।

एंबुलेंस मामले में पप्पू यादव पर अमनौर में एफआईआर
बता दें कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी के संसदीय मद से खरीदे गई एंबुलेंस को छिपा कर रखने के मामले में मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव व उनके गार्ड पर एफआईआर की गयी है। सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केन्द्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है।

रूडी के सांसद कोटे से खरीदे गए एंबुलेंस पर विवाद
पप्पू यादव ने सारण पहुंच कर अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र पर 30 से अधिक एंबुलेंस रखने का मामला उठाया था। इसके बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया। ये एंबुलेंस राजीव प्रताप रूडी के सांसद मद से खरीदी गई थी। श्री ने बयान जारी कर कहा है कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव ने काफिले के साथ सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश किया। चौकीदार और अन्य कर्मियों से भी भिड़ गये। कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा एंबुलेंस लौटाए जाने के बाद उसे रखा गया था जिसकी तस्वीरें खिंचवाने के लिए उन्होंने उसे तहस-नहस किया।