अभिनेता और पूर्व भाजपा सांसद परेश रावल पर गुजरात चुनाव के दौरान बंगालियों पर दिए गए विवादित बयान को लेकर मामला दर्ज किया गया है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता मोहम्मद सलीम ने शुक्रवार को उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. ताराटोला पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई अपनी शिकायत में सलीम ने आरोप लगाया कि ‘उन्होंने एक वीडियो देखा, जिसमें अभिनेता को भाषण देते हुए दिखाया गया है, जो बंगालियों के खिलाफ नफरत की भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है.’
माकपा नेता ने दर्ज शिकायत में कहा कि भारत के अन्य हिस्सों में रहने वाले बंगाली भी अभिनेता की टिप्पणियों से प्रभावित हो सकते हैं. हालांकि परेश रावल ने अपनी टिप्पणी पर बढ़ते विवाद को देखते हुए बाद में माफी मांग ली थी. उनकी यह माफी बंगाली समुदाय और कुछ अन्य लोगों की भारी आलोचना के बाद आई थी.
पश्चिम बंगाल माकपा के प्रदेश सचिव सलीम ने दावा किया कि सार्वजनिक डोमेन पर इस तरह के भाषण दंगों को भड़काने और देश भर में बंगाली समुदाय और अन्य समुदायों के बीच सद्भाव को नष्ट करने और सार्वजनिक शरारत करने के लिए दिया गया है. सलीम ने कहा कि रावल ने बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं, बंगालियों और मछलियों के साथ गैस सिलेंडरों को जोड़ने का एक अप्रिय संदर्भ दिया है.
दरअसल, गुजरात के वलसाड में चुनाव प्रचार के दौरान परेश रावल ने कहा था कि ‘गैस सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन उसकी कीमत नीचे आ जाएगी. लेकिन अगर रोहिंग्या और बांग्लादेशी आपके आसपास दिल्ली की तरह रहने लगे तो क्या होगा? गैस सिलेंडर का आप क्या करेंगे? बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे?’ इस बयान को लेकर भारी विरोध का सामना करने के बाद उन्होंने शुक्रवार को इस पर माफी मांग ली. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा था कि उनका मतलब ‘अवैध बांग्लादेशियों’ से था.