भारतीय टीम के पदक की सबसे बड़ी उम्मीद एथलीट नीरज चोपड़ा क्वालिफिकेशन राउंड में उतरे. पेरिस ओलंपिक में जैवलिंग थ्रो के क्लालिफिकेशन में टोक्यो गोल्ड मेडल विजेता ने पहले थ्रो में ही 89.34 मीटर भाला फेंकते हुए फाइनल में जगह पक्की कर ली. उनके साथी किशोर कुमार जेना फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे थे. दोनों ही खिलाड़ियों को अलग अलग ग्रुप में रखा गया है. पहले 16 एथलीट के ग्रुप में जीना शामिल है. किशोर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे. अब सबकी नजरें गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा पर है.
नीरज चोपड़ा दूसरे ग्रुप में भाला फेंकने वाले खिलाड़ियों में पहले स्थान पर थे. पहला थ्रो करने पहुंचे ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट ने 89.34 मीटर की दूरी हासिल करते हुए अपने आने की घोषणा कर दी. एक थ्रो के साथ ही नीरज ने फाइनल में जगह पक्की की और फैंस खुशी से झूम उठे. पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने 86.59 मीटर भाला फेंकते हुए फाइनल में जगह बनाई.
जैवलिन थ्रो में भारतीय टीम के दो एथलीट पेरिस ओलंपिक के 11वें दिन अपनी दावेदारी पेश करने उतरे. पुरुष के जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा और किशोर कुमार जेना को उतरना था. पहले ग्रुप में भारत के हाथ नाकामी मिली. क्वालिफिकेशन में किशोर कुमार 84 मीटर का मार्क हासिल करने में नाकाम रहे. उनको पहले ही दौर से बाहर होना पड़ा.
पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड में किशोर जेना ने पहला थ्रो 80.73 मीटर का फेंका जबकि दूसरा थ्रो फाउल हो गया. इसके बाद तीसरे थ्रो और आखिरी थ्रो में वह 80.21 मीटर तक ही भाला फेंक पाए.