IPL में ’संजीवनी’ की तलाश में पठान भाइयों का जोड़ा

 

yusuf-pathan-irfan-pathan-2008-11-25-15-42-11नई दिल्ली। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे पठान भाईयों की जोड़ी इरफान पठान और यूसुफ पठान IPL के सातवें संस्करण में अपने लड़खड़ाते करियर को नई दिशा देने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे।

यहाँ इन दोनों भाइयों इरफान और यूसुफ दोनों को ही घरेलू सत्र में चोटों और खराब फार्म से जूझना पड़ा था। इसका नतीजा यह रहा कि IPL सात की नीलामी में इन दोनों ऑलराउंडरों को अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ा। उन्हें 2011 की नीलामी में जो भारी-भरकम कीमत मिली थी, उसके मुकाबले इस बार उनकी कीमत में काफी गिरावट आई।

यूसुफ को 2011 की नीलामी में कोलकाता नाइटराइडर्स ने 21 लाख डॉलर की कीमत पर खरीदा था, जबकि सातवें संस्करण की नीलामी में उनका आधार मूल्य दो करोड़ रुपए था। नाइटराइडर्स ने ’राइट टू मैच कार्ड’ का इस्तेमाल करते हुए यूसुफ को 541000 डॉलर (3.25 करोड़ रुपए) में खरीदा। इरफान को 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 19 लाख डॉलर में खरीदा था। इस बार उनका आधार मूल्य डेढ़ करोड़ रुपए था। सनराइजर्स हैदराबाद ने इरफान को चार लाख डॉलर (2.4 करोड़ रुपए) में खरीदा।

इन पठान भाइयों की कीमत में गिरावट से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कभी स्टार कहे जाने वाले ये दोनों दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी इस समय कितना संघर्ष कर रहे हैं। पठान भाइयों को IPL के सातवें संस्करण में एक ऐसी संजीवनी की तलाश रहेगी, जो फिर से उनके करियर को परवान चढ़ा सके। यूसुफ ने IPL  में 91 मैचों में 1820 रन और इरफान ने 88 मैचों में 1071 रन बनाए हैं जहां तक गेंदबाजी की बात है तो बाएं हाथ के तेज गेंदबाज इरफान ने 76 विकेट और आफ स्पिनर यूसुफ ने 37 विकेट लिए हैं।

गौरतलब है कि 29 वर्षीय इरफान ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे अगस्त 2012 में श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकल में और आखिरी ट्वेंटी 20 अक्टूबर, 2012 में कोलंबो में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। 31 वर्षीय यूसुफ ने अपना आखिरी वनडे मार्च, 2012 में ढाका में पाकिस्तान के खिलाफ और आखिरी ट्वेंटी 20 मार्च, 2012 में जोहानसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।

दोनों भाई IPL के सातवें संस्करण में शानदार प्रदर्शन कर फिर से चयनकर्ताओं की निगाहों में आना चाहते हैं, ताकि वे 2015 में होने वाले विश्व कप में टीम इंडिया में स्थान बनाने के दावेदारों में फिर से शामिल हो सकें।

हालांकि अब पठान भाईयों के लिए यह शायद उतना आसान नहीं क्योकि अब राह आसान नहीं रह गई है, लेकिन IPL ऐसा मंच है जो भुला दिए गए खिलाडि़यों को फिर से चमकने का मौका देता है। टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन इन दोनों ऑलराउंडरों के लिए वापसी की राह खोल सकता है, क्योंकि टीम इंडिया को विश्व कप के लिए अच्छे ऑलराउंडरों की तलाश है। अब देखना यह है की इन दोनों पठान भाइयों की वापसी हो पायेगी या नहीं।