पटना : बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड के मामले में शक के आधार पर शनिवार की देर रात पुलिस ने पुनाईचक और राजाबाजार के नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों की मानें तो उठाये गये लोगों में जहां कई अपराधी प्रवृत्ति के हैं। वहीं कुछ के तार एयरपोर्ट से जुड़े रहे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि अपराधियों की तलाश में दिल्ली, यूपी व गोवा गई पुलिस टीम शनिवार को खाली हाथ पटना लौट आयी। ऐसे में सीसीटीवी का जो फुटेज हाथ लगा है, उसकी जांच व धुंधली तस्वीर उजागर करने के लिए लैब में भेजा गया है।
दरअसल, वारदात के बाद रूपेश सिंह की कार में मिले मोबाइल को पुलिस ने जब्त किया है। कॉल डिटेल्स और मैसेज चैटिंग के दौरान हुई बातों को गंभीरता से लेते हुये एसआईटी मामले की तह तक जाने व हत्या से जुड़ी कड़ियों का पता लगाने में जुटी है। सूत्रों की मानें तो शनिवार की देर शाम पुलिस ने पुनाईचक, राजाबाजार, कंकड़बाग और दीघा में दबिश देकर नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस की एक टीम ने टेंडर या रुपए की लेनदेन की जांच करने के लिए एक सरकारी विभाग में भी दबिश दी थी। माना जा रहा है कि हत्या के तार पटना और दो अन्य जिलों से जुड़ रहे हैं। ऐसी भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि हो न हो शूटर इन्हीं तीनों जिलों के हों
बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड के मामले में शक के आधार पर शनिवार की देर रात पुलिस ने पुनाईचक और राजाबाजार के नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों की मानें तो उठाये गये लोगों में जहां कई अपराधी प्रवृत्ति के हैं। वहीं कुछ के तार एयरपोर्ट से जुड़े रहे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि अपराधियों की तलाश में दिल्ली, यूपी व गोवा गई पुलिस टीम शनिवार को खाली हाथ पटना लौट आयी। ऐसे में सीसीटीवी का जो फुटेज हाथ लगा है, उसकी जांच व धुंधली तस्वीर उजागर करने के लिए लैब में भेजा गया है।
दरअसल, वारदात के बाद रूपेश सिंह की कार में मिले मोबाइल को पुलिस ने जब्त किया है। कॉल डिटेल्स और मैसेज चैटिंग के दौरान हुई बातों को गंभीरता से लेते हुये एसआईटी मामले की तह तक जाने व हत्या से जुड़ी कड़ियों का पता लगाने में जुटी है। सूत्रों की मानें तो शनिवार की देर शाम पुलिस ने पुनाईचक, राजाबाजार, कंकड़बाग और दीघा में दबिश देकर नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस की एक टीम ने टेंडर या रुपए की लेनदेन की जांच करने के लिए एक सरकारी विभाग में भी दबिश दी थी। माना जा रहा है कि हत्या के तार पटना और दो अन्य जिलों से जुड़ रहे हैं। ऐसी भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि हो न हो शूटर इन्हीं तीनों जिलों के हों।