भिवानी : मुंबई शेयर बाजार के गुरुवार को 3 हजार अंक गिरने से पेंशनधारकों को भी करोड़ों का झटका लगा है और पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने सरकार से एनपीएस को जीपीएफ में बदलने की मांग की है। समिति के हरियाणा मीडिया प्रभारी शिवकुमार शास्त्री ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय पेंशन योजना पर इधर शेयर बाजार की इतनी बड़ी मार पड़ी है, जो इतिहास में सबसे बड़ी मार कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि कल शेयर बाजार में 3000 अंकों के लगभग गिरावट आई थी और यदि पिछले एक महीने की बात करें तो सूचकांक में लगभग 10 हजार अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिससे कर्मचारियों को करोड़ों का घाटा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला थमने वाला नहीं है क्योंकि हर रोज बैंक डूब रहे हैं या डुबोए जा रहे हैं, उन्हीं कॉर्पोरेट के जरिए जिनके अधीन एनपीएस कर्मचारियों का पैसा लगा है।
उन्होंने कहा कि विधायक, सांसद खुद तो पुरानी पेंशन में हैं जबकि कर्मचारियों को पूरी उम्र कार्य करने के बाद भी पेंशन नहीं मिल रही। उन्होंने सवाल किया कि कर्मचारियों का बुढ़ापा कॉर्पोरेट के अधीन सौंप देना कहां तक जायज है?
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल कहती है, ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर लगता है यह कॉर्पोरेट का साथ और उन्हीं का विकास है। उन्होंने मांग की है कि सरकार यदि अपने कर्मचारियों का थोड़ा-सा भी साथ देना चाहती है तो तुरंत एनपीएस को जीपीएफ में बदला जाए और पुरानी पेंशन लागू कर कॉर्पोरेट से मुक्ति दिलाई जाए।