नई दिल्ली : उरी आतंकी हमले के बाद आये दिन होने वाले आतंकी हमले से आक्रोषित लोग Pok में आर्मी और ISI के खिलाफ फिर सड़कों पर उतरे हैं। लोगों ने ISI के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। मुजफ्फराबाद, गिलगिट, कोटली समेत पीओके के दूसरे इलाकों में विरोध हो रहा है। बता दें कि पिछले दिनों मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर मीटिंग के दौरान कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आर्मी और ISI के खिलाफ लोग फिर सड़कों पर उतरे हैं।
आतंकी हमलो से आक्रोषित लोगों ने ISI के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। मुजफ्फराबाद, गिलगिट, कोटली समेत Pok के दूसरे इलाकों में विरोध हो रहा है। बता दें कि पिछले दिनों मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर मीटिंग के दौरान कहा था कि Pok भी भारत का हिस्सा है। लोगों ने कहा है वो जंग के माहौल में भी भारत का समर्थन करेंगे।
कोटली में स्थानीय लोगों ने अपने साथी के मर्डर के बाद प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन आरिफ शहीद एक्शन कमेटी के बैनर तले किया गया। बता दें कि ये प्रदर्शन दुनियाभर में हो रहे हैं। PoK से लेकर लंदन, जर्मनी, विएना तक में प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद, गिलगित और कटोली जैसे इलाकों में लोगों का गुस्सा पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लगातार बढ़ रहा है। पाकिस्तानी फोर्स विरोध दबाने के लिए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बर्बर रवैया अपना रही है। जबकि पाकिस्तान भारत पर कश्मीर में लोगों के हक छीनने का आरोप लगाता रहा है।
जानिये क्यों Pok में आये दिन यहाँ के लोग पाकिस्तान के खिलाफ करते हैं विरोध प्रदर्शन :
जबरन कराया जाता है जिहाद
पीओके में लोग जिहाद या आतंकी वारदातों में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं। इस वजह से उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उठाकर ले जा रही है और परेशान कर रही है। इसी के खिलाफ पीओके में आवाज उठनी शुरू हो गई है।
भारत आना चाहते हैं लोग
आतंकी बनने से इनकार कर रहे लोगों पर सख्ती का विरोध कर रहे लोगों की आवाज भी पाकिस्तान दबाने की कोशिश कर रहा है। उनके प्रदर्शन को कुचला जा रहा है। इससे विरोध और भड़क रहा है। ये लोग कह रहे हैं कि उनके खिलाफ फोर्स का इस्तेमाल करने या उन्हें परेशान करने का पाकिस्तान सरकार को कोई हक नहीं है। उनका कहना है कि एक पड़ोसी देश के रूप में भारत कहीं अच्छा है।