अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कमी के चलते पेट्रोल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी गई है। नई कीमतें मंगलवार आधी रात से लागू हैं। हालांकि, डीजल की कीमतों में कटौती के लिए विधानसभा चुनाव खत्म होने तक इंतजार करना होगा।
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की कटौती की जिसमें स्थानीय बिक्री कर या वैट शामिल नहीं है। इससे पहले, कंपनियों ने एक अक्तूबर को पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी। कीमतों में संशोधन बुधवार शाम किया जाना था, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावों के मद्देनजर आज ही इसकी घोषणा कर दी गई।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुताबिक, स्थानीय बिक्रीकर की गणना के उपरांत दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 1.21 रुपये घटकर 66.65 रुपये प्रति लीटर पर आ जाएगी। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 75.73 रुपये से घटकर 74.46 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। इंडियन ऑयल ने कहा, पिछली बार कीमत संशोधन के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में लगातार नरमी का रख है। हालांकि, मुद्रा की विनिमय दरें कमजोर हुई हैं।
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद डीजल कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो चार साल से अधिक समय में पहली बार डीजल के दाम घटेंगे।
डीजल देश में सबसे ज्यादा खपत वाला ईंधन है। इसकी कीमतों का असर सीधे आवश्यक वस्तुओं के दामों पर पड़ता है। आवश्यक वस्तुओं के परिवहन वाले वाहनों में डीजल का ही इस्तेमाल होता है। पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की बिक्री पर लाभ होना शुरू हुआ है। यह पहला मौका है जबकि पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की बिक्री पर लाभ हो रहा है।
महाराष्ट्र और हरियणा में विधानसभा चुनाव की वजह से आचार संहिता लागू है। कीमतों में कटौती एक नई नीति होती, ऐसे डीजल कीमतों में संशोधन को टाला गया।