नई दिल्ली : फ्लाइट में सभी यात्रियों की जान सिर्फ पायलट पर ही निर्भर करती है, जरा सोचिए अगर हवा में पायलट को ही कुछ हो जाए तो? जी हां- ये सोचना मुश्किल है लेकिन ऐसा ही कुछ पश्चिम बंगाल में हुआ।
इंफाल से कोलकाता आ रही इंडिया फ्लाइट में हजारों फुट की ऊंचाई पर ही पायलट को दिल का दौरा पड़ गया। जरा सोचिए उस वक्त अगर इस पायलट ने हिम्मत नहीं दिखाई होती तो शायद सभी यात्रियों की जान जा सकती थी।
प्लेन हवा में….अंदर बेखौफ बैठे थे यात्री… केबिन में दर्द से कराह रहा था पायलट, लेकिन फिर भी पायलट ने कोलकाता के नेता जी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट परसुरक्षित लैंडिंग कर यात्रियों की जान बचा ली। इस पायलट ने हिम्मत से वो काम कर दिखाया जिसे सुनकर वाकई हर कोई सलाम करेगा।
घटना शनिवार की है। पायलट के उम्र महज 63 साल थी। कैप्टन सिल्वियो डियाज अकोस्टा कोलकाता में लैंड करने ही वाले थे कि अचानक उन्हें हार्टअटैक आ गया। वह दर्द से पसीने-पसीने हो गए। उन्हें इतना तेज दर्द उठा कि वह कुछ बोल भी नहीं पा रहे थे। हालांकि दर्द के बावजूद उन्होंने अपने को-पायलट को इसकी जानकारी दी।
कैप्टन सिल्वियो डियाज अकोस्टा ने खुद को संभालते हुए को-पायलट की मदद से सुरक्षित लैंडिंग करा दी। लैंडिंग के बाद पायलट को मेडिकल यूनिट में ले जाया गया। मेडिकल यूनिट में पता चला कि पायलट की हालत बहुत नाजुक है। उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टर के मुताबिक, अकोस्टा की हालत काफी गंभीर थी और उन्होंने जो किया वह चमत्कार से कम नहीं था।