नई दिल्ली : ग्रेटर नोएडा में हो रहे कॉप-14 में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा पर्यावरण और धरती को बचाने के लिए उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करने के साथ ही सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने की अपील भी की।
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मेरी सरकार ने घोषणा की है कि भारत आने वाले सालों में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपोयग पर प्रतिबंध लगाएगा। मेरा मानना है कि वक्त आ गया है जब दुनिया के सभी देश इस सिंगल यूज प्लास्टिक को अलविदा कह दें। उन्होंने कहा कि पानी का प्रबंधन भी एक अहम मुद्दा है और इसे ध्यान में रखते हुए मेरी सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय बनाया है जो पानी से जुड़े हर महत्वपूर्ण मुद्दे को देखेगा।
PM मोदी ने कहा कि आज दुनिया गंभीर जल संकट के दौर से गुजर रही है। जब हम मरुस्थलीकरण पर बात करते हैं तो जल संकट जैसी समस्या पर भी विचार करना पड़ता है। हमें जमीन को मरुस्थलीकरण से बचाने के लिए जल संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा। हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि धरती के मरुस्थलीकरण से हमारा सतत विकास भी प्रभावित होता है। भारत की संस्कृति में धरती, जल, वायु और पर्यावरण के संरक्षण की संकल्पना मौजूद है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में साल 2015 से साल 2017 के बीच वनीकरण में 0.8 मिलियन हेक्टेयर का इजाफा हुआ है।
PM ने कहा कि भारत में सदा से धरती को पवित्र स्थान दिया गया है। भारतीय संस्कृति में भूमि को माता माना गया है। भारत के लोग सुबह सोकर उठने के बाद धरती को नमन करके दिन की शुरुआत करते हैं। भारत के लोग प्रात:काल धरती पर पैर रखने से पहले ‘समुद्र वसने देवी पर्वतस्तन मंडले, विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यम्, पाद स्पर्श क्षमस्वमे’ की प्रार्थना करते हैं।