नई दिल्ली : PM मोदी सबसे पहले अपने तीन देशों के दौरे पर इंडोनेशिया पहुंचे हैं। जहां पर जगह-जगह पीएम मोदी का स्वागत हुआ। वैलकम सेरेमनी में छोटे-छोटे बच्चों ने हाथ में तिरंगा लेकर उनका स्वागत किया। और तो और मस्जिद तक में मोदी-मोदी के नारे लगे।
साथ ही ये भी सवाल है कि दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश में हिंदू धर्म का बोलबाला कैसे हो रहा है। जिसमें सबसे खास ये है कि इंडोनेशिया और भारत सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे के बेहद करीब हैं। यहां पहुंचकर शायद आपको एक बार गलतफहमी हो जाए कि कहीं आप भारत में तो नहीं आ गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को इंडोनेशिया पहुंचे। यहां राजधानी जकार्ता में दोनों देशों के बीच करीब 15 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसके बाद एक साझा बयान जारी किया गया। इससे पहले पीएम मोदी इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ कालीबाटा स्मारक पर गए, यहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब मोदी दो दिन तक इंडोनेशिया में रुकेंगे और उसके बाद सिंगापुर और मलेशिया के लिए रवाना हो जाएंगे।
कालीबाता में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन इस्ताना मर्डेका पहुंचे। जहां राष्ट्रपति जोको विडोडो ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को रेड कार्पेट वेलकम और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मर्डेका में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जोको विडोडो की मौजूदगी में जकार्ता में दोनों देशों के बीच प्रतिनिधमंडल स्तर की बातचीत हुई। इस दौरान भारत और इंडोनेशिया के बीच 15 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
भारत और इंडोनेशिया ने साझा बयान जारी किया। पीएम मोदी ने इंडोनेशिया में आतंकी हमले पर दुख जताया। पीएम ने कहा कि आतंकवाद की लड़ाई में भारत इंडोनेशिया के साथ खड़ा है। उन्होंने हाल में ही हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए विश्व स्तर पर किए जा रहे प्रयासों में और गति लाने की आवश्यकता है।