वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की इंटरनैशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने दूषित हवा को कैंसर का एक बड़ा कारण घोषित कर दिया है। यदि आप दिल्ली, कोलकाता जैसे शहरों में रहते हैं तो सावधान हो जाइए। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली, बंगाल, झारखंड वगैरह में भारी मात्रा में प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक तत्व बड़ी मात्रा में हैं जिनसे कैंसर होता है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, सरकारी संगठन सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के 2010 के आंकड़ों से पता चलता है कि कोलकाता और दिल्ली की हवा में सबसे ज्यादा प्रदूषण है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के 2009-10 के आंकड़ों के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस तरह के वायु प्रदूषण को उसी वर्ग में रखा है जिसमें तम्बाकू, अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन और प्लूटोनियम हैं और जो कैंसर पैदा करने के लिए जाने जाते हैं।
आईसीएमआर के आंकड़ों के मुताबिक़ भारत में 2009 से 2011 के बीच फेफड़े के कैंसर के सबसे अधिक मामले दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में ही सामने आए। इस आंकड़ों को हवाला देते हुए पर्यावरणविद और सेंटर फॉर साइंस ऐंड इन्वाइरनमेंट (सीएसई) की महानिदेशक सुनीता नारायण कहती हैं कि यह एक चिंताजनक प्रक्रिया है। सरकार को पल्यूशनकम करने के लिए जल्द कदम उठाने चाहिए।
एजेंसी की इस घोषणा के बाद देश में सबसे दूषित हवा से सबसे ज्यादा प्रभावित दिल्ली, कोलकाता, महाराष्ट्र और झारखंड पर फोकस बढ़ गया है। इन क्षेत्रों में हवा में खतरे वाले प्रदूषकों की मात्रा बेहद ज्यादा है।