इससे पहले आठ पर्यवेक्षकों को नियुक्त करने का निर्णय किया गया था। विपक्षी दलों ने सभी सीटों पर पुलिस पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग की थी। विपक्ष ने हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त वी.एस. सम्पत से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रत्येक जिले में पुलिस पर्यवक्षक नियुक्त करने की अपील की थी। उनका आरोप था कि सत्तारूढ़ पार्टी बूथों पर कब्जा करने की कोशिश कर सकती है ।
इधर, चुनावकर्मियों पर हमले की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोग से पर्यवेक्षकों की संख्या बढ़ाने की बात कही थी। मार्च महीने में आयोग ने आठ पर्यवेक्षकों को तैनात करने का फैसला किया था। अब इसे बढ़ाकर 17 कर दिया गया है। गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में शान्तिपूर्ण चुनाव कराने के लिए यह निर्णय किया गया। यहाँ निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हर जरूरी व्यवस्था की जा रही है। केंद्रीय बल के जवानों को सक्रिय रखा जाएगा। बल को रिजर्व नहीं रखने पर विचार किया जा रहा है। बल के सभी जवानों को चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था पर नजर रखने को कहा जाएगा।