बिहार में बिजली कि लचर व्यवस्था को देख सरकार ने बिहार के शहरों के बिजली निजी कम्पनियों के हाथों में दे व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने कि तैयारी में हैं, इसके लिए बिजली क्षेत्र में काम करने वाले नामी गिरामी कम्पनिया जैसे टाटा पावर, आदनी पावर, रिलायंस पावर, एस्सेल पावर आदी कम्पनियों से टेन्डर लिया जा रहा।
हाल ही में बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी द्वारा भागलपुर शहर कि एसपीएमएल और मुजफरपुर शहर कि एस्सेल पावर को बिजली आपूर्ती दी जायेगी सूत्रों कि माने तो दोनों पक्षों में 15 साल के लिए एग्रीमेंन्ट होगा। दोनों शहरों में लगभग डेढ़ लाख उपभोक्ता हैं इन कम्पनियों को वित्तिय वर्ष 2011 – 2012 के टैरीफ के पारामीटर के आधार पर बिजली आपूर्ति कि जिम्मेमेंवारी दि जाएगी। नई शर्तों के तहद 10 प्रतिशत प्रीमीयम पर 15 वर्षो के लिए निजी कम्पनिया बिजली आपूर्ती करेगी।
हालांकि पहले चरण में भागलपुर और मुजफरपुर ,दूसरे चरण में पटना और गया ,तीसरे चरण में मोतिहारी ,दरभंगा, पूर्णिया, मूंगेर व आरा शहर कि बिजली व्यवस्था निजी कम्पनियों के हाथों में सौपा जाना है इस खबर से लोगों में जहां बिजली कि आँख मिचैली से निजात पाने कि खुशी है वहीं बजट भारी होने कि चिन्ता भी है। ऐसे में देखना यह है कि सरकार और बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी द्वारा उठाया गया कदम कबतक और कितना कारगर साबित होता है ।