2019 के लोकसभा चुनाव में एतिहासिक जीत के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहे है, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है। जिसका शपथ समारोह 30 मई को शाम 7 बजे से होगा। जहाँ पहले कार्यकाल के शपथ समाहरोह के दोरान सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था, वहीं इस बार के शपथ ग्रहण समारोह में BIMSTEC के राष्ट्रयदयक्षों समेत 8 देशों के नेताओं को न्यौता दिया गया है।
बिम्स्टेक में भारत समेत दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के वे 7 देश शामिल है, जो बंगाल की खाड़ी से जुड़े हुए हैं। बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यांमार, श्री लंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान समेत 8 देशों के नेताओं को निमंत्रण दिया गया है। पुलवामा हमले के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान को नहीं दिया गया आमंत्रण। इसके अलावा भारत ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मोरिशस के प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया है। ‘पडोसी प्रथम’ की निति के तहत यह निमंत्रण देने का फैसला किया गया है।