नई दिल्ली: आज विश्व तपेदिक (टी.बी.) दिवस है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कहना है कि यह बड़ी दुर्भाग्य की बात है, भारत में आज भी हर दूसरे मिनट में एक व्यक्ति टी.बी. के कारण दम तोड़ देता है। इस ओर हमें तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो विश्व में टी.बी. की बीमारी आज भी एक महामारी के रूप में फैली हुई है।
प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘भारत में टी.बी. को लेकर अभी तक लोगों में जानकारी का अभाव है। भारत में इस भयंकर बीमारी की गंभीरता और रोकथाम के बारे में लोगों को तत्काल जागरूक करने की आवश्यकता है।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में टी.बी. की बीमारी आज भी एक महामारी के रूप में फैली हुई है। विश्व की एक बड़ी जनसंख्या टी.बी. के जीवाणुओं से संक्रमित है। दुनियाभर में प्रति सेकंड एक नया मनुष्य इससे संक्रमित होता है और एक मरीज एक वर्ष में लगभग पन्द्रह नए लोगों को संक्रमित करता है।
आपको बता दें कि पूरे विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख लोगों की मृत्यु टी.बी. की बीमारी की वजह से होती है। इस बिमारी से मरने वालो कि संख्या अकेले भारत में ही प्रतिवर्ष 3 लाख है। 24 मार्च 1882 को डॉ राबर्ट कॉच ने पहली बार टी.बी. रोग के जीवाणु को पहचाना था। उसके सौ साल बाद 1982 में इंटरनेशनल यूनियन अगेन्स्ट ट्यूबरक्यूलोसिस एंड लंग डिजीजेस ने 24 मार्च को विश्व टी.बी. दिवस घोषित किया था।