नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की पांच दिन की यात्रा के बाद बुधवार को रात दिल्ली वापस आ गए।
मोदी अपनी अमेरिका यात्रा समाप्त होने के साथ कल वाशिंगटन से रवाना हो गए थे और फ्रेंकफुर्त में थोड़े समय ठहरने के बाद एयर इंडिया के विशेष विमान से स्वदेश लौटे।
मोदी की अगवानी करने के लिए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और कुछ अन्य मंत्री पालम टेक्निकल एरिया में मौजूद थे। सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के लिए रवानगी या उनके लौटने पर इस तरह मंत्रियों को उनकी अगवानी करने की परंपरा नहीं रही है।
मोदी ने पांच दिन के अपने व्यस्त कार्यक्रम में भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक स्थान के तौर पर पेश किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और भारतवंशी समुदाय को भी प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पहली अमेरिका यात्रा के बाद मोदी ने इसे अत्यंत सफल और संतोषजनक करार देते हुए इसके लिए अमेरिका का शुक्रिया अदा किया। कल मोदी और ओबामा ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में वार्ता की थी।
वाशिंगटन से करीब आठ घंटे की उड़ान के बाद मोदी फ्रेंकफुर्ट में तीन घंटे के लिए ठहरे। वाशिंगटन के एंड्रयूज एयरफोर्स बेस पर प्रधानमंत्री को अमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर और दक्षिण तथा मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने विदा किया।
गुरुवार को गांधी जयंती के अवसर पर मोदी सड़क पर उतरेंगे, लेकिन वह अकेले नहीं होंगे। उनके साथ मंत्रियों और देशभर में 31 लाख कर्मचारी और स्कूली बच्चों का दल भी होगा। बाल्मिकी बस्ती में अभियान की शुरुआत करने से पहले प्रधानमंत्री राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। तय कार्यक्रम के तहत वह विजयघाट भी जाएंगे। यह सब सुबह 7:30 बजे से शुरू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री दिल्ली में राजपथ पर स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ करेंगे और ‘वाकेथन’ को झंडी दिखाएंगे। मोदी सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर गणतंत्र दिवस की तरह ही जमीन से आसमान तक सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की जाएगी। सुरक्षा उपायों के तहत राजपथ के इर्दगिर्द कृषि भवन, रेल भवन समेत सभी सरकारी दफ्तर बुधवार दोपहर बाद एक बजे बंद हो गए और दो बजे दिल्ली पुलिस ने उन्हें सील कर दिया।
इन इमारतों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। गुरुवार को कार्यक्रम के दौरान इन इमारतों की छतों पर स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे। आसमान को सुरक्षित रखने के लिए उच्च सुरक्षा वाले इलाके में एक वायु सुरक्षा प्रणाली तैनात की गई है। क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के कमांडो के अतिरिक्त सचल हिट दस्ते, विमान रोधी तोप और एनएसजी के निशानची भी तैनात किए जाएंगे। विशेष कुत्तों के दस्ते और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते समारोह स्थल की जांच करेंगे।