ड्यूक ऑफ कैम्ब्रिज प्रिंस विलियम के रिश्तेदारों के लार के डीएनए जांच से यह खुलासा हुआ है। प्रिंस विलियम की लार के टेस्ट से यह बात साबित हुई है कि ब्रिटेन के राजवंश की सेकेंड लाइन भारत से संबंध रखती है। डीएनए अनैलेसिस से 30 वर्षीय प्रिंस और उनकी मां के खानदान की ओर से एक भारतीय हाउसकीपर के बीच आनुवांशिक रिश्ता साबित होता है।
रिसर्चर्स का कहना है कि एलिजा का एमटीडीएनए विशेष है और बच्चों में मां के जरिए ही ट्रांसफर होता है। अब तक इस तरह के एमटीडीएनए अब तक केवल 14 लोगों में पाए गए हैं, इनमें से 13 भारतीय और 1 नेपाली है।
इसका मतलब है कि राजा बनने पर विलियम कॉमनवेल्थ के पहले ऐसे प्रमुख होंगे जिसका कॉमनवेल्थ के सबसे बड़े देश यानी भारत से सीधा रिश्ता होगा। फिलहाल प्रिंस विलियम अपने पिता प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स के बाद गद्दी के लिए दूसरे नंबर के दावेदार हैं। विलियम अगले महीने पिता बनने वाले हैं और इस बात के खुलासे के प्रिंस विलियम का भारत दौरा भी संभव है।
प्रिंस विलियम का भारत से अनुवाशिंक संबंध उनके ननिहाल की ओर से उनकी ग्रांडमदर एलिजा केवार्क से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। यह रिश्ता भारत में रहने वाले उनके ग्रेट ग्रैंडफादर थिओडोर फॉर्ब्स और उनकी हाउसकीपर एलिजा के बीच संबंध से आता है। एलिजा मूल रूप से आर्मेनियन मूल की थीं लेकिन शायद उसकी मां भारतीय थीं। फॉर्ब्स एक स्कॉटिश व्यापारी थे जो सूरत में ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए काम किया करते थे। बाद में फॉर्ब्स ने एलिजा से रिश्ता तोड़ लिय़ा था और उनकी बेटी कैथरीन को इंग्लैंड भेज दिया था।
हालांकि एलिजा का भारत से संबंध स्कॉटिश वैज्ञानिकों ने ढूंढा है। केवार्क को अब तक आर्मेनियन मूल की माना जाता था। लेकिन डीएनए टेस्ट के खुलासे के बाद पता चला है कि वह आधी भारतीय मूल की थीं। वह भारत के पश्चिमी हिस्से में रही थीं। एलिजा का एमटीडीएनए ;मिटोकॉन्ड्रियल डीएनएद्ध उनकी बेटी के जरिए पांच पीढ़ी बाद प्रिंसेज डायना तक पहुंचा और वहीं से उनके बेटों प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी तक आया।