दरअसल, हैरिस शील्ड में ही सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली के बीच 664 रनों की साझेदारी हुई थी। दोनों ने 1988 में टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल में यह साझेदारी की थी। रिज्वी स्प्रिंगफील्ड के नौवीं कक्षा के छात्र पृथ्वी ने सेंट फ्रांसिस बोरिवली के खिलाफ रिकार्डतोड़ पारी खेलने के बाद संवाददाताओं से कहा, जब मैं 490 रन का स्कोर पार कर चुका था तो मुझे इसकी जानकारी नहीं थी।
पृथ्वी ने कहा है कि, मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था और अपना नैसर्गिक खेल खेलना चाहता था। जब मैंने 500 रन बना लिए तो टीम के साथियों ने मुझे बताया और बधाई दी। इस युवा क्रिकेटर से जब उनके पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह और कोई नहीं बल्कि हाल में संन्यास लेने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं।
पृथ्वी ने आजाद मैदान पर दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘‘क्योंकि वह विनम्र है और मुझे उनका स्क्वायर कट और पुल शाट पसंद है। इस बल्लेबाज को जिस चीज से सबसे अधिक हैरानी हुई वह है मैदान पर मीडिया की मौजूदगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मीडिया के इतने सारे लोगों के यहां आने की उम्मीद नहीं की थी।