चंडीगढ़ : अधिक उम्र के लोगों के लिए कोरोना ज्यादा घातक साबित हो रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पंजाब में 55 वर्ष से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को और दूसरी बीमारियों से लड़ रहे पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं की जाएगी। पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) दिनकर गुप्ता ने रविवार को इसकी घोषणा की।
जोखिम लेकर अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले पुलिसकर्मियों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए डीजीपी ने कई तरह के उपायों की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मियों की तैनाती रोटेशनल तरीके से की जाएगी और सभी पुलिसकर्मियों को 10 दिन के बाद 2 दिन आराम के लिए जरूर दिया जाएगा।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि 55 साल से अधिक के पुलिसकर्मियों या हाइपरटेंशन, दिल संबंधी बीमारी का इलाज करा चुके, अस्थमा या किसी वजह से कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले पुलिसकर्मियों की जहां तक संभव होगी अग्रिम पंक्ति में तैनाती नहीं की जाएगी। पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए डीजीपी ने राज्य के मुख्य सचिव से आग्रह किया है कि स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देकर 4050 पीपीई किट्स और 18 हजार एन95 मास्क उपलब्ध कराया जाए।
राज्य में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर इस पहल से ठीक पहले शनिवार को लुधियाना-उत्तरी के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अनिल कोहली (52) की कोरोना संक्रमण की वजह से जान चली गई। सतगुरू प्रताप सिंह (एसपीएस) अस्पताल में छह दिन तक इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें कई दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया था।