रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार (28 जुलाई) को अमेरिका को धमकाते हुए कहा कि अगर अमेरिका जर्मनी या फिर यूरोप में किसी भी हिस्से में मिसाइल तैनात करने के इरादे की पुष्टि करता है तो वह मध्यम दूरी के परमाणु हथियारों का उत्पादन फिर से शुरू कर देंगे. उन्होंने ये बात सेंट पीटर्सबर्ग में एक नौसेना परेड के दौरान कही.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, उन्होंने कहा, “अगर संयुक्त राज्य अमेरिका ऐसी योजनाओं को क्रियान्वित करता है तो हम अपने आप को मध्यम और छोटी दूरी की हमला क्षमताओं की तैनाती पर पहले अपनाए गए एकतरफा प्रतिबंध से मुक्त मानेंगे.” पुतिन ने कहा कि अब रूस में ऐसी अनेक सिस्टम्स का डेवलेपमेंट अंतिम चरण में है.
व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को दी चेतावनी
रूसी राष्ट्रपति ने चेतावनी देते हुए कहा, “हम अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य क्षेत्रों में उसके उपग्रहों की कार्रवाइयों को ध्यान में रखते हुए उनकी तैनाती में समान कदम उठाएंगे.” ऐसी मिसाइलें जो 500 से 5,500 किलोमीटर (300-3,400 मील) तक की दूरी तय कर सकती हैं, 1987 में अमेरिका और सोवियत संघ के हस्ताक्षरित हथियार नियंत्रण संधि का विषय थीं. अब वाशिंगटन और मॉस्को दोनों ने 2019 में मध्यम दूरी की परमाणु शक्ति संधि से खुद को अलग कर लिया और एक दूसरे पर उल्लंघन का आरोप लगाया.
1987 की संधि 2019 में कर दी खत्म
हालांकि रूस ने बाद में कहा कि वह ऐसी मिसाइलों का उत्पादन तब तक फिर से शुरू नहीं करेगा जब तक कि अमेरिका विदेशों में मिसाइलें तैनात नहीं करता. जुलाई की शुरुआत में अमेरिका और जर्मनी ने घोषणा की कि जर्मनी में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों सहित लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों की प्रासंगिक तैनाती 2026 में शुरू होगी.
पुतिन ने कहा कि महत्वपूर्ण रूसी प्रशासनिक और सैन्य स्थल ऐसी मिसाइलों की रेंज में आएंगे, जो भविष्य में परमाणु हथियारों से लैस हो सकते हैं, जिससे हमला होने के 10 मिनट के भीतर हमारे क्षेत्र उनकी जद में आ जाएंगे. रूसी राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि अमेरिका ने हाल के अभ्यासों में डेनमार्क और फिलीपींस में टाइफॉन मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली तैनात की है.