द्रविड़ ने यह भी कहा कि यदि उन्हें निर्णय करना ही था तो टीम के सहायक अधिकारियों का बदलाव करने के लिए दौरे के खत्म होने का इंताजर करते। द्रविड़ के मुताबिक, श्अगर लोग बदलाव चाहते हैं तो आपको ऐसा करने में कठिनाई नहीं होती।यह पेशेवर खेल में चलता है, लेकिन भारतीय टीम में किए गए ताजा बदलावों को लेकर स्पष्टता नहीं है कि ये बदलाव दीर्घावधि के लिए किए गए हैं या सिर्फ इसी दौरे के लिए।
गौरतलब है कि भारतीय टीम के इंग्लैंड के हाथों पांच मैचों की सीरीज 1-3 से हारने के बाद बीसीसीआई ने पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री को टीम का निदेशक नियुक्त कर दिया। द्रविड़ ने कहा, खिलाडि़यो के दृष्टिकोण से कई बार यह काफी सख्त हो सकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि शास्त्री स्थिति को संभाल लेंगे। खिलाड़ी सहायक अधिकारियों के साथ गहराई से जुड़ जाते हैं और खिलाड़ी के स्तर पर आप खुद जान सकते हैं कि अपनी गलती और सफलता के लिए आप खुद जिम्मेदार होते हैं। मुख्य कोच डंकन फ्लेचर के भविष्य पर द्रविड़ ने कहा कि उन्हें इसका निर्णय खुद करना होगा कि वह नए माहौल में अपनी भूमिका में बने रहने में सहज हैं या नहीं, क्योंकि अब उन्हें शास्त्री को रिपोर्ट करना होगा।
एक खिलाड़ी के तौर पर फ्लैचर के साथ काम कर चुके द्रविड़ ने कहा कि जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान का खिलाडियों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार है। उन्होंने कहा, ‘अगर आप मुझसे पूछते हो तो मुझे लगता है कि वह काफी ज्ञान लेकर आए और मैं जानता हूं कि टीम उनका काफी सम्मान करती है और उनमें से कई उनके साथ अच्छी तरह से घुल मिल गए हैं और उनसे कई तरह की तकनीकी सलाह लेते हैं। धोनी और उनके बीच भी अच्छा तालमेल है।
द्रविड़ को विश्वास है कि शास्त्री और फ्लैचर टीम के सर्वश्रेष्ठ हित में मिलकर काम करेंगे। द्रविड़ इससे पहले खिलाड़ी के रूप में शास्त्री के साथ काम कर चुके हैं और उन्होंने कहा कि उनके सकारात्मक व्यक्तित्व से टीम को फायदा मिलना चाहिए।