राष्ट्रपति ने एनडीए को सरकार बनाने का न्योता दिया

2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद एनडीए की ओर से मोदी को सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद मोदी सरकार बनाने का दावा पेश करने शनिवार रात राष्ट्रपति भवन गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने का न्योता दिया। रामनाथ कोविंद ने कैबिनेट के अन्य सदस्यों की भी सूची का अनुरोध किया है।

इस मौके पर मोदी ने कहा कि सरकार सबकी उम्मीदों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मोदी आगे बोले कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही वह मंत्र है जो भारत के हर क्षेत्र में विकास का रास्ता दिखा रहा है।

मोदी ने कहा, “आचार्य विनोबा भावे कहते थे कि चुनाव बांट देता है। यह दूरियां पैदा करता है, दीवार बनाता है, खाई बना देता है, लेकिन इस चुनाव ने दीवारों को तोड़ने का काम किया है। 2019 के चुनाव ने दिलों को जोड़ने का काम किया है। ये चुनाव सामाजिक एकता का आंदोलन बन गया। समता भी, ममता भी। समभाव भी, ममभाव भी। समता और ममता से चुनाव को नई ऊंचाई मिलीं। भारत के लोकतांत्रिक जीवन में देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है और हम इसके साक्षी हैं। रचयिता हैं, इसका दावा नहीं करते। साक्षी भाव से इन चीजों को देखेंगे और समझेंगे तो जन सामान्य की आशा-अपेक्षाओं के अनुसार हम अपने जीवन को ढाल पाएंगे।”

“2014 में मैं नया था, उस वक्त मैंने कहा था कि मेरी सरकार इस देश के दलित, पीड़ित, शोषितों-वंचितों को समर्पित है। जिस जगह भारत का संविधान बना, जहां अंबेडकर-नेहरू-पटेल बैठे थे, आज वहां खड़े होकर फिर मैं कहता हूं कि 5 साल पहले जो बात हमारे दिल से निकली थी, उससे हम नहीं डिगे।”

“हमारे देश में गरीब एक राजनीतिक संवाद-विवाद का विषय ही रहा। फैशन का हिस्सा बन गया था, भ्रमजाल फैला था। हमने जो घनघोर बादल थे, उनमें छेद कर दिया। छल में छेद कर दिया और सीधे गरीब के पास पहुंचे। सच्चे अर्थ में गरीब को ताकतवर बनाकर हम राजनीति की दिशा में आगे बढ़े। हमें जो रास्ता मिला है, वह सफलता है। देश को गरीबी के टैग से मुक्त करना है। आजादी के इतने साल बाद घर-बिजली-पानी की वे मांग करें, उनका हक बनता है। इसी हक के लिए हमें लड़ना है। जो साथी मिले हैं, वह अपनी जिम्मेदारी हम पूरी करेंगे, यह विश्वास है।”