भले ही BJP अध्यक्ष राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय नेता यह कह रहे हैं कि राम मंदिर उनके चुनावी अजेंडे में नहीं है, लेकिन पार्टी के यूपी के अध्यक्ष का कहना है कि पूर्ण बहुमत मिलने पर हम संविधान संशोधन कर
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाएंगे। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू के मुताबिक़ वाजपेयी ने साफ तौर पर कहा कि गठबंधन धर्म की मजबूरियों और पूर्ण बहुमत न मिलने की वजह से ही आज तक राम मंदिर नहीं बन पाया।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि राम मंदिर आस्था का विषय है। मंदिर आंदोलन की शुरुआत विश्व हिंदू परिषद ने की था। बाद में पार्टी द्वारा यह नारा भी दिया गया कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। मंदिर वहां तभी स्थापित होता जब वहां का स्थान खाली होता। हिंदू समाज की वजह से ही वह स्थान खाली हो पाया है।
इसी के साथ राष्ट्रवाद के मुद्दे पर वाजपेयी ने कहा, ‘हिदुत्व ही राष्ट्रवाद है, राष्ट्रवाद ही हिंदुत्व है। भारत माता के दुख में दुखी और सुख में सुखी होने वाला हर पंथ और धर्म का व्यक्ति राष्ट्रवादी हो सकता है।
वाजपेयी से आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों के बारे में जब सवाल पूछे गये तो उन्होंने कहा कि चुनाव सुशासनए विकास और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर ही लड़ा जाएगा। इसके अलावा महंगाईए करप्शन एवं आंतरिक तथा बाह्य सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी प्रमुख मुद्दा बनेगा।