नई दिल्ली : डेरा प्रमुख रहे बाबा राम रहीम के हाथ हत्या, अपहरण और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में ही लिप्त नहीं बल्कि खुफिया तंत्र ने सजायाफ्ता मुजरिम के आतंकी नेटवर्क की भी आशंका जताई है। आतंकी कनेक्शन का इनपुट सामने आने से तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट है।
बाबा राम रहीम को मिली बीस साल की कैद की सजा के बाद प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल रहा। वहीं, प्रदेश के कुछ डेरों में न्यायालय के आदेश के बाद सर्च अभियान भी चलाया गया।
जीटी रोड बहालगढ़ स्थित डेरे से भारी मात्रा में गोला बारूद, बंदूकें लाठी डंडे और तेजधार हथियार मिले हैं। जैसे कि तलवार। इसके साथ शराब बीयर की करीब 200 खाली बोतलें भी मिली हैं। जो पेट्रोल बम बनाने के लिए मंगवाई गईं थीं।
अतिरिक्त एसपी डीके भारद्वाज ने बताया कि बाबा के अनुयायियों ने यह सब हथियार यहां दंगा फसाद करने की नीयत से जमा कर रखे थे। भारद्वाज ने बताया कि जब डेरे में रहने वाले चार आरोपियों सत्यवान निवासी गड़वाल हाल निवासी राई सोनीपत, वेदप्रकाश निवासी दीपालपुर, जयनारायण निवासी सिद्धार्थ एंकलेव सोनीपत कृष्ण निवासी मुरथल सोनीपत को शक के आधार पर गिरफ्तार करके पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उपद्रव करने की उनकी पूरी तैयारी थी।
उधर, सिरसा डेरे से करीब 7 हजार अनुयायी सोमवार को बाहर निकाले गए। यह जानकारी सीनियर आईएएस वी. उमाशंकर और हिसार रेंज के आईजी अमिताभ ढिल्लों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि सिरसा डेरे को फिलहाल सील नहीं किया जा रहा है। लेकिन स्थिति को नियंत्रण में बनाए रखने के लिए सेना ने फिलहाल डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय की घेराबंदी अवश्य की हुई है। लेकिन सेना को अभी डेरा में जाने के आदेश सरकार की ओर से नहीं दिए गए हैं। डेरा पूरी तरह से खाली नहीं हुआ है।