इस तस्वीर में दिख रही लोगों की भीड़ किसी खेल-तमाशे का नहीं है , बल्कि उस हैवान के द्वारा खेले गए हैवानियत का है ,जिसने एक माशूम को अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया और फेक दिया यहाँ एक और तमाशाबीन होने को ,मगर इंसानियत भी कभी-कभी इतनी खोखली हो जाती है कि लोग इसमे भी मुफ्त के तमाशाबीन हो जाते हैं।
काफी देर से तमाशबीन बने लोगों ने यह जेहद तक नहीं उठाई कि कोई पुलिस को भी खबर करे ,मगर संयोग से हमारे संवाददाता की नज़र जैसे पड़ी की बस उन्होंने पुलिस को सुचना देकर बुलवाया और उस माशूम को पुलिस गाड़ी से पहुंचवाया फारबिसगंज अस्पताल ,और तब शुरू हुआ इस बच्ची का ईलाज।
ईलाज के दौरान इस बच्ची का मेडिकल जांच भी हुआ और डाक्टर श्रीमती रेशमा रज़ा (फारबिसगंज रेफरल चिकित्सा पदाधिकारी ) ने बताया कि प्रथम दृष्टया में ही बलात्कार जैसी सारी स्थितियां पाई गयी है मगर बाकी जाँच रिपोर्ट आने पर भी या पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा ,उन्होंने यह भी कहा कि बच्ची की नाजुक हालत,और ब्लड के भारी मात्रा बह जाने की वजह को देखते हुए उसे तुरंत पुर्णियां रेफर कर भेज दिया गया है।
इस घटना के बाद आई पुलिस ने अबतक किसी भी तरह के बयान देने से बचती रही है,इसके बाद अररिया के आरक्षी अधीक्षक अख्तर हुसैन ने भी इस पर अपना कोई बयान नहीं दिया मगर धीरे-धीरे इस घटना की आग दूर-दूर तक फैलने लगी और तब बच्ची के परिजनों को भी इस घटना की जानकारी हो गई और वे लोग भी पुर्णियां चले गए।
जाते-जाते परिजनों के द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार विक्रम नाम के एक युवक को नामजद अभियुक्त बनाया गया है जो फारबिसगंज के गोढीयारे गाँव का रहने वाला है तथा पड़ोसियों और उस बच्ची के साथ खेल रहे अन्य और बच्चों के अनुसार घटना के एक दिन पहले शाम को विक्रम नाम का युवक जो पीड़िता बच्ची सोनी काल्पनिक नाम सोनी के घर भी आया था ,उसने उसे उसके घर के बाहर खेलते हुए जब देखा तो वह टॉफी देने का लालच देकर उसे लेकर चला गया जिसे उनके साथ खेल रहे एक बच्ची .आरती कुमारी ने भी देखा था और पहचान लिया।
इस घटना को कई घंटे बीत चुके हैं मगर पीड़ित बच्ची काल्पनिक नाम सोनी की हालत अभी भी बहुत नाज़ुक है जिस कारण उसकी जुबान अभी तक नहीं खुली है ,मगर पुलिस नामजद प्रार्थमीकि के वावजूद भी अभियुक्त विक्रम राय को गिरफ्तार नहीं कर सकी है मगर विक्रम के घर से उसके माँ-बाप को पूछ-ताछ के लिए थाने ले आई है ,इधर पीडिता की नाज़ुक स्थिति के मद्दे नज़र सोनी के गाँव वाले और कुछ समाजसेवी संगठन इस घटना और फारबिसगंज में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर पुलिस के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन व मौर्चा खोलने का मन बना रहें हैं।