रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया नागपुर स्थित अपने खजाने में रखे पुराने सोने के बदले नया सोना बदलेगा। यह सोना आजा़दी के पहले से वहां है। यह खबर एक आर्थिक पत्र ने दी है। पत्र के मुताबिक यह सोना उतनी अच्छी क्वालिटी का नहीं है और इसलिए इसे बेहतर किस्म के सोने से बदला जाएगा।
बैंक ने इसके लिए बड़े ग्राहकों और अंतर्राष्ट्रीय सर्राफा व्यापारियों से बातचीत शुरू की है। दरअसल रिजर्व बैंक चाहता है कि उसका साधारण किस्म का सोना बढ़िया किस्म के सोने से बदल दिया जाए ताकि भारत के खजाने में रखे सोने की क्वालिटी बेहतर हो। बैंक ने इसके लिए विज्ञप्ति जारी कर दी है।
इस अदला-बदली का तरीका कुछ इस तरह से होगा। रिजर्व बैंक अपने नागपुर खजाने से सोना यहां के बैंकों को देगा जो लंदन के बैंकों से सीधे सोना ले लेंगे। यहां के बैंक यह सोना लंदन में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट में जमा कर देंगे। भारत के पास 20.8 अरब डॉलर का रिजर्व सोना है जो उसके विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा है।
भारत ने 1991 में दीवालिया होने से बचने के लिए जो सोना विदेशों में गिरवी रखा था वह उससे छूट तो गया है लेकिन अभी वहां के बैंकों में ही रखा हुआ है। इस अदला बदली का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि देश में सोने की उपलब्धता बढ़ जाएगी और सोने की तस्कीर पर लगाम लगेगी।