मुंबई : RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद आज ब्याद दरों का ऐलान हो गया है। अनुमान के विपरित रिजर्व बैंक ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके बाद रेपो रेट जहां 5.15 प्रतिशत पर बनी रहेगी वहीं रिवर्स रेपो रेट 4.90 प्रतिशत के स्तर पर बनी रहेगी। इसके अलावा रिजर्व बैंक ने 2019-20 के लिए विकास दर का अनुमान 6.1 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीडिया से कहा कि एमपीसी के अनुसार आर्थिक गतिविधियां कमजोर हुई हैं और आउटपुट गेप अब भी नेगेटिव है।
इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि तीन दिन चली बैठक के बाद रिजर्व बैंक धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए नीतिगत दरों में एक बार और कटौती कर सकता है। केंद्रीय बैंक अब तक लगातार 5 बार रेपो रेट में कटौती कर चुका था लेकिन छठी बार उसने इसे यथावत रखना सही समझा। इससे पहले देश की आर्थिक विकास दर में लगातार गिरावट को देखते हुए बैंकिंग सिस्टम में नकदी बढ़ाने के इरादे से रिजर्व बैंक 2019 में अब तक रेपो रेट पांच बार में 1.35 प्रतिशत घटा चुका है।
रिजर्व बैंक ने 2019-20 के लिए जीडीपी की का अनुमान भी घटाकर 6.1 से 5 प्रतिशत कर दिया है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के उत्पादन में एक प्रतिशत गिरावट के कारण जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्घि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.5 प्रतिशत रह गई, जो छह साल का न्यूनतम स्तर है। अप्रैल-जून तिमाही में यह दर 5 प्रतिशत थी।