हमारी भारतीय संस्कृति में पूजा और भक्ति का एक प्रमुख अंग तिलक को मन गया
नई दिल्ली : राखी के पावन पर्व से तो पूरा देश वाकिफ है कि कैसे
सीता ने व्यतीत किया था अज्ञातवास -- लव-कुश का हुआ था जन्म आधुनिकता के उच्चतम
“ नवरात्रि “ एक ऐसा शब्द, जिसका अर्थ साधारणतया भाषा में ज्यादातर लोग समझते है
भारत जैसे देश में जहाँ धर्मान्धता अपनी चरम सीमा पर व्याप्त है। वहाँ पर चाहे
लोहड़ी से अगले दिन ही मकर संक्रांति का पर्व होता है, जो अपने अनेक पर्यायवाची
केदारनाथ धाम के त्रासदी के बाद अमरनाथ यात्रा पर गये श्रधालुओ को बर्फानी बाबा के
जन्नत के दरवाजे रमजान दिनों से खुल गये और तमाम शयातीन कैद कर दिये गये।
पुराणों के अनुसार अक्षय तृतीया पर्व के संबंध में श्रीकृष्ण ने कहा है कि यह
देवाधिदेव महादेव का सबसे ज्यादा प्रिय पार्वती जी के मंदिरों की संख्या देश भर में